ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित बोंडी बीच पर 14 दिसंबर को हुए भीषण सामूहिक गोलीकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. करीब 30 साल में यह ऑस्ट्रेलिया की सबसे भयावह घटनाओं में से एक मानी जा रही है, जिसमें 15 लोगों की जान चली गई. यह हमला यहूदी समुदाय के हनुक्का पर्व के दौरान हुआ, जब लोग समुद्र के किनारे पर जश्न मना रहे थे. इस दर्दनाक घटना के बाद ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के खिलाड़ी उस्मान ख्वाजा का परिवार भी नफरत और नस्लभेदी टिप्पणियों का शिकार हो गया.

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उस्मान ख्वाजा के परिवार को मिली नफरत

उस्मान ख्वाजा, जो मुस्लिम समुदाय से आते हैं और इस समय एशेज सीरीज खेल रहे हैं, ने इन टिप्पणियों पर सार्वजनिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. हालांकि उनकी पत्नी रैचेल ख्वाजा ने सोशल मीडिया पर कुछ बेहद आपत्तिजनक संदेशों के स्क्रीनशॉट साझा किए हैं, जिनमें उनकी मासूम बेटियों को भी निशाना बनाया गया. 

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रैचेल ने लिखा, “मैंने पिछले एक हफ्ते में हमें मिले कुछ मैसेजों का छोटा सा नमूना इकट्ठा किया है. काश मैं कह पाती कि यह सब नया है, लेकिन सच्चाई यह है कि हमें पहले भी इस तरह की नफरत झेलनी पड़ी है. इस घटना के बाद ये टिप्पणियां और भी ज्यादा बढ़ गई हैं.” 

इन संदेशों में उनकी बेटियों को “भविष्य के स्कूल हमलावर” जैसे घृणित शब्दों से बुलाया गया. वहीं कुछ लोगों ने परिवार को पाकिस्तान “वापस जाने” तक को कह दिया. इन टिप्पणियों ने एक बार फिर समाज में मौजूद इस्लामोफोबिया और नस्लवाद को उजागर कर दिया है.

रैचेल ख्वाजा ने लोगों से एकजुट रहने की अपील करते हुए कहा, “आज पहले से ज्यादा जरूरी है कि हम सब साथ खड़े हों. चाहे वह यहूदी विरोधी नफरत हो, इस्लामोफोबिया हो या नस्लवाद. हमें किसी भी तरह की नफरत को स्वीकार नहीं करना चाहिए.”

हमले पर उस्मान ख्वाजा और क्रिकेट जगत की प्रतिक्रिया

इससे पहले उस्मान ख्वाजा ने बोंडी बीच हमले की कड़ी निंदा की थी. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा था कि यह घटना दिल तोड़ने वाली है और इसमें बेवजह लोगों की जान गई है. उन्होंने पीड़ित परिवारों और बॉन्डी समुदाय के प्रति संवेदना जताई थी. ख्वाजा ने यहूदी काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया के बयान को भी साझा किया, जिसमें इस हमले को भयावह और झकझोर देने वाला बताया गया था.

इस त्रासदी पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने भी संयुक्त बयान जारी कर दुख जताया. दोनों बोर्डों ने पीड़ितों, उनके परिवारों और यहूदी समुदाय के साथ एकजुटता दिखाने की बात कही.

ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान पैट कमिंस ने भी इस घटना पर गहरा दुख जताया और लोगों से रक्तदान करने की अपील की. उन्होंने कहा कि इस मुश्किल समय में एक-दूसरे का साथ देना बेहद जरूरी है.