नई दिल्ली: अभिमन्यु मिथुन ने विजय हजारे ट्रॉफी में इतिहास रच दिया है. टूर्नामेंट में हैट्रिक लेने वाले वो कर्नाटक के पहले गेंदबाज बन गए हैं. ये कारनामा उन्होंने बेंग्लुरू में खेले जा रहे मुकाबले में किया. 50वें ओवर में अश्विन को आउट कर उन्होंने ये रिकॉर्ड अपने नाम किया. इसी के साथ दूसरे ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं जिन्होंने रणजी और विजय हजारे ट्रॉफी में हैट्रिक लिया है. मिथुन ने इस दौरान तमिलनाडु के खिलाफ 34 रन देकर 5 विकेट लिए और विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में ये कारनामा किया. मिथुन की बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर तमिलनाडु की पूरी टीम 252 पर ही ऑलआउट हो गई. अभिनव मुकुंद ने 85 और बाबा अपराजित की 66 रनों की पारी के दम पर ये आंकड़ा पहुंच पाया. दोनों ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए 124 रनों की साझेदारी की. अभिमन्यु मिथुन ने अपनी गेंदबाजी के दौरान मुरली विजय, विजय शंकर, शाहरूख खान, मोहम्मद और एम अश्विन को पवेलियन भेजा. इससे पहले कर्नाटक के कप्तान मनीश पांडे ने टॉस जीता और तेज गेंदबाजों को गेंदबाजी करने का मौका दिया. मिथुन ने अपने पहले ही ओवर में मुरली विजय को पवेलियन भेज दिया. इसके बाद धीरे धीरे वो दबाव बनाते चले गए जिसका नतीजा ये हुआ कि अंत में उन्हें 5 विकेट मिले.