World Theatre Day: मनोज बाजपेयी से लेकर दीपक डोबरियाल तक, थिएटर से आज भी जुड़े हैं बड़े पर्दे के ये सुपरहिट एक्टर
आज 'विश्व थिएटर दिवस' है. ये हर साल 27 मार्च को दुनिया भर में इसे सेलिब्रेट किया जाता है. पूरे विश्व में रंगमंच को अपनी अलग पहचान दिलाने के लिए साल 1961 में अंतरराष्ट्रीय रंगमंच संस्थान ने इस दिन की नींव रखी थी. विश्व रंगमंच दिवस के मौके पर हम आपको बॉलीवुड सिनेमा के उन बेहतरीन कलाकारों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आज भी रंगमंच यानी थिएयटर से जुड़े हुए हैं.
नवाजुद्दीन सिद्दीकी एनएसडी में पढा़ई के दौरान ही थिएटर ग्रुप से जुड़ गए थे. इस ग्रुप में सौरभ शुक्ला और मनोज बाजपेयी भी थे. वह आज भी फिल्मों के साथ-साथ थिएटर करते हैं.
पंकज त्रिपाठी भी किसी पहचान के मोहताज नहीं है. वह जितने ही बेहतरीन एक्टर ऑनस्क्रीन हैं, थिएटर में भी उतना ही शानदार परफॉर्म करते हैं.
दीपक डोबरियाल आखिरी बार फिल्म अंग्रेजी मीडियम में दिवंगत इरफान खान के साथ नजर आए थे. इन्हे काफी बाद में पहचान मिली है. दीपक ने साल 1994 से बॉलीवुड में कदम रखा और इस दौरान वह रंगमंच की दुनिया से भी जुड़े रहे.
विनय पाठक ने कई सुपरहिट फिल्में दी हैं. फिल्मों के साथ-साथ उन्होंने दुनिया के कई बड़े थिएटर ग्रुप के साथ काम किया हैं. उनका प्ले 'नथिंग लाइक लीयर एंड मैक्सिमम' समेत कई प्ले सुपरहिट हुए हैं.
बॉलीवुड की सबसे पॉपुलर एक्ट्रेस रत्ना पाठक फिल्मों के साथ दुनिया भर के कई थिएटर ग्रुप के साथ काम कर चुकी हैं. वह ओम पुरी और नसीरुद्दीन शाह के साथ भी प्ले कर चुकी हैं. वह भारत की थिएटर आइकन मानी जाती हैं.
मनोज बाजपेयी किसी पहचान के मोहताज नहीं है. उन्होंने फिल्मों के साथ थिएटर में भी अपना करियर बनाया. उन्होंने बैरी जॉन के सपोर्ट से थिएटर करना शुरू किया. वह अपना थिएटर ग्रुप भी चलाते हैं.
पीयूष मिश्रा भी एनएसडी से पढ़े हुए हैं. वह बतौर एक्टर, सिंगर, गीतकार और डायरेक्टर कई फिल्में कर चुके हैं. इसके साथ ही वह थिएटर से भी काफी करीबी से जुड़े हुए हैं.
संजय मिश्रा एनएसडी से पढ़े हुए हैं. उन्होंने आंखों देखी और कामयाब जैसी फिल्में दी हैं. वह थिएटर में भी काम करना काफी पसंद करते हैं.
'पाताललोक' जैसी वेब सीरीज और 'डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी' जैसी फिल्म में विलेन का किरदार निभाने वाले नीरज काबी थिएटर से जुड़े हुए हैं.
सौरभ शुक्ला ने इंडस्ट्री के हर बड़े एक्टर के साथ काम किया और अपनी अदाकारी से फैंस का दिल जीता है. वह साल 1984 से उन्होंने बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखा और आज फिल्म के साथ थिएटर भी करते हैं. उनके 'ए व्यू फ्रोम द ब्रिज', 'लुक बैक इन एंगर' और 'घासीराम कोटवाल' जैसे प्ले सुपरहिट हुए.
राधिका आप्टे मोहित टाकलकर के थिएटर ग्रुप आसक्ता के साथ अपने होमटाउन में जुड़ी. इसके बाद उन्होंने फिल्मों के साथ-साथ थिएटर में भी काम किया.