टर्म इंश्योरेंस खरीदते वक्त लोग करते हैं ये 5 गलतियां, आप न करें
टर्म इंश्योरेंस लेते वक्त लोग सिर्फ कम प्रीमियम देखकर पॉलिसी खरीद लेते हैं. सस्ता प्लान अच्छा लग सकता है. लेकिन इसका कवरेज अक्सर बहुत कम होता है. बीमा विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि टर्म इंश्योरेंस लेते वक्त अपनी सालाना आय का कम से कम 10 से 15 गुना कवरेज चुनें. जिससे परिवार के भविष्य की जरूरतें पूरी हो सकें.
दूसरी गलती की बात करें तो पॉलिसी की अवधि चुनते समय होती है. लोग छोटी अवधि की पॉलिसी इसलिए लेते हैं. जिससे प्रीमियम कम रहे. लेकिन जब जिम्मेदारियां खत्म नहीं हुई होतीं और पॉलिसी एक्सपायर हो जाती है. तो नई पॉलिसी महंगी पड़ जाती है. सही तरीका है कि पॉलिसी की अवधि रिटायरमेंट की उम्र तक रखें.
तीसरी गलती तब होती है जब लोग अपनी मेडिकल स्थिति या स्मोकिंग हैबिट छिपा लेते हैं. ऐसा करने से पॉलिसी सस्ती तो हो सकती है. लेकिन बाद में क्लेम रिजेक्ट होने का खतरा बढ़ जाता है. हमेशा सही जानकारी देना ही समझदारी है.
चौथी गलती है राइडर्स को नजरअंदाज करना. एक्सीडेंटल डेथ, डिसएबिलिटी या क्रिटिकल इलनेस राइडर्स आपकी पॉलिसी को और मजबूत बना देते हैं. लोग अक्सर इन्हें अतिरिक्त खर्च मानकर छोड़ देते हैं. लेकिन यही राइडर्स कई बार मुश्किल हालात में सबसे ज्यादा मददगार साबित होते हैं.
पांचवीं गलती होती है पॉलिसी को कभी रिव्यू न करना. जीवन के साथ जिम्मेदारियां बदलती हैं. शादी, बच्चे, लोन जैसी चीजें बढ़ती जाती हैं, इसलिए पॉलिसी को समय-समय पर अपडेट करना जरूरी है. जिससे उसका कवरेज आपकी मौजूदा जरूरतों से मेल खाए.
आखिरी और बड़ी गलती है बिना तुलना किए पॉलिसी लेना. बाजार में कई बीमा कंपनियां हैं और सभी के नियम अलग हैं. खरीदने से पहले शर्तें, क्लेम रेशियो और कस्टमर रिव्यू जरूर जांचें. सही तुलना करने से आपको बेहतर प्लान मिल सकते हैं.