इन वजहों से नहीं टिकता आपके पास पैसा, जानें स्मार्ट सेविंग टिप्स
बहुत लोग महीने की कमाई का हिसाब नहीं रखते. जरूरत और चाहत में फर्क न समझने से पैसा हाथ से फिसल जाता है. हर महीने एक बजट बनाएं और तय करें कि पहले कितनी रकम सेव करनी है. जितना बचता है उसी में बाकी खर्च पूरे करें.
कई बार स्ट्रेस या बोरियत में लोग शॉपिंग कर लेते हैं. जो बाद में अफसोस देती है. इस तरह के खर्च धीरे-धीरे सेविंग खत्म कर देते हैं. जब भी कुछ खरीदने का मन करे खुद से पूछें कि क्या वाकई यह सच में जरूरी है या सिर्फ यूं ही खरीदने का मन कर रहा है.
ज्यादातर लोग सैलरी के बाद पहले खर्च करते हैं और बची रकम सेव करते हैं. जो गलत तरीका है. पहले खुद को पेमेंट करें यानी सैलरी मिलते ही 20% रकम सेविंग या निवेश में डालें. इस आदत से आप आगे चलकर अच्छी खासी सेविंग कर सकते हैं.
बहुत से लोग क्रेडिट कार्ड का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. क्रेडिट कार्ड और लोन की सुविधा अच्छी लगती है पर यही आपकी सेविंग खत्म कर देती है. ब्याज के चलते खर्च बढ़ जाता है. कोशिश करें कि उधार कम लें और EMI वक्त पर चुकाएं.
लोगों को बहुत सा पैसा ऐप सब्सक्रिप्शन, ऑनलाइन फूड या राइड सर्विस जैसे छोटे खर्च महीना खत्म होते-होते बड़ा हिस्सा ले लेते हैं. इन्हें ट्रैक करें और गैरजरूरी खर्च तुरंत बंद करें. देखें कहां कौन से काम में फिजूल पैसा जा रहा है. उसे रोक दें.
अगर सेविंग का कोई गोल नहीं है तो पैसे बचाने का मन भी नहीं रहता. इसलिए यह तय करें कि आप किस मकसद के लिए बचत कर रहे हैं. घर, ट्रिप या रिटायरमेंट. जब गोल साफ होता है तो सेविंग का ख्याल भी दिमाग में हमेशा रहता है.