वन सब्सक्रिप्शन और पीएम विद्यालक्ष्मी योजना में क्या है अंतर, जान लीजिए जवाब
सरकार की योजनाओं से छात्रों को सीधा लाभ होता है. कुछ दिनों पहले ही सरकार की ओर से प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना का ऐलान किया गया था. तो वहीं अब वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन योजना को भी सरकार की ओर से मंजूरी मिल चुकी है
प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना और वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन दोनों ही योजनाएं छात्रों के लिए बड़ी लाभदायक साबित होगी. अब लोगों के मन में यह सवाल भी आ रहा है इन योजनाओं में आखिर फर्क क्या है. तो चलिए आपको बताते हैं दोनों योजनाओं में क्या है अंतर.
प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना की बात की जाए तो यह एक तरह से छात्रों को पढ़ाई जारी रखने के लिए आने वाले खर्च में आर्थिक मदद के तौर पर एजुकेशन लोन की व्यवस्था करती है. सरकार इस योजना में बिना गारंटी 10 लख रुपये तक का लोन देती है.
वहीं वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन योजना की बात की जाए तो यह छात्र यह योजना छात्रों को और खास तौर पर जो छात्र शोध कर रहे हैं. उनके लिए कारगर है. वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन के तहत देश के 1.5 करोड़ शोधकर्ताओं को फायदा पहुंचेगा.
वन नेशनल वन सब्सक्रिप्शन स्कीम में हायर इंस्टिट्यूट के स्टूडेंट. टीचर और शोधकर्ताओं इन सभी को 13 हजार से भी ज्यादा नेशनल और इंटरनेशनल संस्थाओं के ई-जर्नल एक ही जगह पर मुहैया हो जाएंगे. यानी सरकार की ओर से इसकी में आर्थिक लाभ नहीं मिलेगा.
वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन स्कीम में किसी भी छात्र या किसी भी शोधकर्ता को कोई भी शुल्क नहीं चुकाना होगा. इस स्कीम का खर्चा पूरी तरह से सरकार उठाएगी. तो वहीं प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना में सरकार छात्रों को उच्च शिक्षा जारी रखने के लिए एजुकेशन लोन देती है.