खसरा-खतौनी से लेकर रकबा तक, जमीन खरीदने जा रहे हैं तो जान लीजिए इन शब्दों के मतलब
अगर आप भी आने वाले दिनों में प्रॉपर्टी में निवेश करने जा रहे हैं या कोई जमीन या घर खरीदने जा रहे हैं तो आपको उससे जुड़ी बातें जरूर पता होनी चाहिए. प्रॉपर्टी से जुड़े कुछ शब्द ऐसे हैं, जिनका लोगों को मतलब ही नहीं पता होता है.
जब भी आप किसी जमीन के बारे में बात करते हैं तो आपको रकबा, खसरा, खतौनी जैसे शब्द सुनने को मिलते हैं, लेकिन क्या आपको इन शब्दों का मतलब पता है? हम आपको इन शब्दों का मतलब बताते हैं.
जब भी जमीन की बात होती है तो सबसे पहले उसका रकबा जाना जाता है. रकबा किसी जमीन का क्षेत्रफल होता है, यानी किसी क्षेत्र या भूमि की माप. इसमें जमीन की लंबाई और चौड़ाई की माप की जाती है.
प्रॉपर्टी से जुड़ा एक और शब्द है, जिसको जेकर लोग कंफ्यूज रहते हैं. वह शब्द है-खसरा. बहुत से लोगों को इसके बारे में नहीं पता होता. दरअसल, खसरा एक ईरानी शब्द है. जब आप जमीन खरीदते हैं तो आपको एक विशेष नंबर दिया जाता है, जिसके खसरा नंबर कहते हैं.
जमीन के दस्तावेजों में भी यही खसरा नंबर दर्ज होता है. प्रशासन जमीन के हर टुकड़े को एक अलग खसरा नंबर देते हैं. शहरी इलाकों में इसी तरह प्लॉट नंबर या सर्वे नंबर दिया जाता है.
जमीन से जुड़ा एक शब्द और है- खतौनी. कई लोग खतौनी को लेकर भी कंफ्यूज रहते हैं. खतौनी एक सरकारी दस्तावेज होता है, यह रिकॉर्ड राज्य के राजस्व विभाग के पास होता है. इसमें यह जानकारी दर्ज होती है कि किसी व्यक्ति या उसके परिवार के पास कितनी जमीन संपत्ति के तौर पर है.