कहीं आपका गैस सिलेंडर एक्सपायर तो नहीं हो गया, घर पर ही ऐसे कर सकते हैं चेक
जैसे खाने की चीजों या दवाओं पर एक्सपायरी लिखी होती है. उसी तरह एलपीजी सिलेंडर की भी एक तय वैधता होती है. फर्क बस इतना है कि इसे ज्यादा लोग नोटिस नहीं करते. एक्सपायर सिलेंडर का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए.
घर में मौजूद सिलेंडर की तारीख देखकर आप तुरंत समझ सकते हैं कि वह सुरक्षित है या नहीं. सिलेंडर की एक्सपायरी किसी लेबल पर नहीं. बल्कि उसी पर दर्ज होती है. आपने अक्सर सिलेंडर के नीचे की ओर या ऊपर की पट्टी पर A-27, B-28, C-29 या D-30 जैसे कोड देखे होंगे.
यही कोड उसकी एक्सपायरी डेट बताते हैं. इन्हें समझना आसान है. इन कोड में मौजूद अक्षर महीनों की रेंज बताते हैं. A का मतलब जनवरी से मार्च, B का अप्रैल से जून, C का जुलाई से सितंबर और D का अक्टूबर से दिसंबर होता है. यानी अक्षर देखकर आप तुरंत समझ जाते हैं कि वह किस तिमाही को कवर करता है.
यह तरीका देशभर में एक जैसा चलता है. जिससे ग्राहक आसानी से पहचान सकें. अब बात आती है अक्षर के साथ लिखे नंबर की. यह नंबर उस साल को दर्शाता है जिसमें सिलेंडर एक्सपायर होता है. जैसे D-30 लिखा मिले तो समझ लें यह सिलेंडर साल 2030 की अक्टूबर से दिसंबर वाली अवधि में एक्सपायर होगा.
इस तारीख के बाद इसका इस्तेमाल सेफ नहीं माना जाता. इसलिए इसे तुरंत बदलवाना चाहिए. इसी तरह अगर किसी सिलेंडर पर B-28 लिखा दिखे तो इसका मतलब है कि उसकी वैधता 2028 की अप्रैल से जून वाली अवधि तक है.
यह तरीका काफी आसान है और हर उपभोक्ता घर बैठे समझ सकता है. इसलिए जब सिलेंडर का इस्तेमाल कर रहे हों. तो पहले इन चीजों पर ध्यान देना जरूरी है. अगर तारीख निकल चुकी है या बहुत पास है. तो नया सिलेंडर मंगवा लें.