चारधाम यात्रा में बिना रजिस्ट्रेशन जाने पर क्या होता है? जान लीजिए ये नियम
चार धाम की यात्रा में सम्मिलित होने के लिए आपको रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी होता है. आप ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों ही तरीकों से रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 60% रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन होंगे तो वहीं 40% रजिस्ट्रेशन ऑफलाइन होंगे.
यात्रा के पहले 15 दिनों तक रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 24 घंटे ऑफलाइन मौजूद होगी. इसके बाद मांग के मुताबिक समय में बदलाव किया जाएगा और टाइमिंग्स तय कर दी जाएगी. ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए हरिद्वार और ऋषिकेश में 20 रजिस्ट्रेशन स्टेशन बनाए गए हैं.
तो वहीं आप registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी कर सकते हैं. आपको बता दें रजिस्ट्रेशन के लिए आपको कोई फीस नहीं चुकानी होती है बिल्कुल निशुल्क होता है. लेकिन बावजूद इसके बहुत से लोग बिना रजिस्ट्रेशन के पहुंच जाते हैं.
अगर आप चार धाम की यात्रा में बिना रजिस्ट्रेशन के चले जाते हैं. तो आपको चेकिंग पॉइंट पर ही रोक दिया जाएगा और वहीं से वापस भेज दिया जाएगा इसीलिए जरूरी है कि आप रजिस्ट्रेशन करवा कर ही चार धाम की यात्रा पर जाएं.
अगर कोई बिना रजिस्ट्रेशन के चार धाम यात्रा के लिए जाता है. तो वह दर्शन नहीं कर पाएगा. इसके साथ ही बिना रजिस्ट्रेशन के गए किसी भी व्यक्ति के लिए डंडी-कंडी, घोड़े-खच्चरों इन सब चीजों के इस्तेमाल पर भी पाबंदी है
इसके अलावा अगर कोई गाड़ी बिना रजिस्ट्रेशन के यात्रियों को लेकर आती है. तो उस पर भी कार्रवाई की जाती है. आपको बता दें उत्तराखंड सरकार की ओर से जारी किए गए नियम के मुताबिक चार धाम की यात्रा करवाने के लिए वाहनों को ग्रीन कार्ड बनवाना होता है.