क्या है YouTube 3 Strike Rule! जानें स्ट्राइक मिलने पर क्या करना चाहिए?
जानकारी के मुताबिक, पहली बार नियम तोड़ने पर यूट्यूब क्रिएटर को एक हफ्ते तक वीडियो अपलोड करने, लाइव स्ट्रीमिंग करने या कुछ अन्य सुविधाओं के इस्तेमाल से रोक देता है. यह स्ट्राइक 90 दिनों तक सक्रिय रहती है.
अगर पहली स्ट्राइक के 90 दिन के अंदर दूसरी चेतावनी मिलती है तो पाबंदी की अवधि बढ़ाकर दो हफ्ते कर दी जाती है. तीसरी बार गलती होते ही यूट्यूब उस चैनल को स्थायी रूप से हटा देता है और उससे जुड़ा सारा कंटेंट प्लेटफॉर्म से हटा दिया जाता है. साथ ही उस क्रिएटर के अन्य चैनल भी प्रभावित हो सकते हैं.
बता दें कि यदि आप किसी और की वीडियो, ऑडियो या किसी भी तरह की सामग्री को बिना इजाजत इस्तेमाल करते हैं तो असली मालिक शिकायत कर सकता है. इसके बाद यूट्यूब आपकी वीडियो हटा देता है और स्ट्राइक लगा देता है. यदि आपका कंटेंट हिंसक, भ्रामक, आपत्तिजनक या नुकसानदायक है, तो यूट्यूब आपको चेतावनी दे सकता है. पहली बार अक्सर सिर्फ वार्निंग मिलती है लेकिन दोबारा गलती करने पर स्ट्राइक दी जाती है.
स्ट्राइक लगते ही यूट्यूब ईमेल द्वारा आपको सूचित करता है. इसमें यह बताया जाता है कि किस वजह से वीडियो हटाई गई, किस पॉलिसी का उल्लंघन हुआ इसका आपके चैनल पर क्या असर पड़ेगा और आपको अब क्या करना चाहिए. साथ ही, आपको अपील करने का विकल्प भी दिया जाता है.
आप कॉपीराइट या कम्युनिटी गाइडलाइंस, दोनों तरह की स्ट्राइक के खिलाफ YouTube Studio से अपील कर सकते हैं. यदि यूट्यूब आपकी अपील को सही मानता है तो स्ट्राइक हटा ली जाती है. अगर आप मानते हैं कि आपकी सामग्री 'फेयर यूज' के तहत आती है या स्ट्राइक गलत है, तो आप काउंटर नोटिफिकेशन भेज सकते हैं. यदि शिकायतकर्ता 10 दिनों के भीतर कोर्ट में केस नहीं करता, तो आपकी वीडियो फिर से यूट्यूब पर आ सकती है.
आप उस व्यक्ति या कंपनी से संपर्क कर सकते हैं जिसने कॉपीराइट क्लेम किया है और उनसे अनुरोध कर सकते हैं कि वह अपना दावा वापस लें. अगर वह सहमत होते हैं, तो स्ट्राइक हटा दी जाती है. अगर अगली 90 दिनों तक आप कोई नई पॉलिसी नहीं तोड़ते, तो स्ट्राइक स्वतः हट जाती है.