जैसे वोडाफोन-आइडिया मिलकर बना VI... वैसे ही इन दूसरी कंपनियों ने भी एक-दूसरे को खरीदा और अब बाजार में राज कर रही हैं!
डेल और EMC : 2015 में कंप्यूटर निर्माता डेल ने डेटा स्टोरेज कंपनी EMC के अधिग्रहण की घोषणा की थी. यह सौदा लगभग 67 बिलियन डॉलर में हुआ था, जो लगभग INR 4,972,780,000,000 (4.97 ट्रिलियन) है. यह इतिहास के सबसे बड़े टेक मर्ज में से एक था.
माइक्रोसॉफ्ट और लिंक्डइन: 2016 में सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने एक प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म लिंक्डइन के अधिग्रहण की घोषणा की थी. यह सौदा लगभग $26 बिलियन का था,जो लगभग INR 1,929,860,000,000 (1.93 ट्रिलियन) है. इस डील का मकसद Microsoft का व्यापार और एंटरप्राइज बाजार में अपनी उपस्थिति का विस्तार करना था.
फेसबुक और वॉट्सएप : 2014 में प्रमुख सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने एक लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप वॉट्सएप के अधिग्रहण की घोषणा की थी. यह सौदा लगभग 19 बिलियन डॉलर का था, जो लगभग INR 1,413,740,000,000 (1.41 ट्रिलियन) है. इसका उद्देश्य फेसबुक का अपने यूजर्स आधार और पहुंच का विस्तार करना था.
ब्रॉडकॉम और CA टेक्नोलॉजीज: 2018 में प्रमुख सेमीकंडक्टर कंपनी ब्रॉडकॉम ने एक सॉफ्टवेयर कंपनी CA टेक्नोलॉजीज के अधिग्रहण की घोषणा की थी. यह सौदा लगभग $19 बिलियन का था, जो लगभग INR 1,413,740,000,000 (1.41 ट्रिलियन) है.