सेकंड हैंड MacBook खरीदने से पहले ये बातें जरूर जान लें, वरना बन जाएंगे उल्लू
डिस्प्ले: सेकंड हैंड मैकबुक लेते वक़्त इसका डिस्प्ले टेस्ट जरूर करें. इससे आपको डिस्प्ले के बारे में पता लगेगा कि ये सही है या नहीं. अगर कोई परेशानी होगी तो आपको टेस्ट में पता लग जाएगा. टेस्ट करने के लिए https://www.eizo.be/monitor-test/ पर जाएं. टेस्ट से आपको डेड पिक्सल, स्क्रीन रिस्पॉन्स टाइम और व्यूइंग एंगल जैसे चीजों के बारे में पता लगेगा.
बैटरी: बैटरी किसी भी डिवाइस की मेन पार्ट होती है. यदि इसमें कोई खराबी है तो फिर आपका डिवाइस समझो एक डिब्बा है. सेकंड हैंड मैकबुक लेने से पहले इसका बैटरी टेस्ट भी जरूर करें. इसके लिए कमांड+ स्पेस से स्पॉटलाइट को मैक में ऑन करें और यहां सिस्टम इनफार्मेशन को सर्च करें. अब पावर ऑप्शन में जाएं.
पावर ऑप्शन के अंदर साइकिल काउंट, कंडीशन और मैक्सिमम कैपेसिटी को देखें. साइड में एपल का ऑफिसियल पेज भी खोलें और जो भी मैक आप ले रहे हैं उसका साइकिल काउंट देखें. अगर बैटरी काउंट इसके आस-पास है तो समझो ये ठीक है, कम होने पर आपको बैटरी बदलनी पड़ेगी.
Apple Diagnostic Test: ये टूल मैक में उन अभी चीजों को चेक करेगा जिसे आप अदरवाइस नहीं देख सकते. जैसे लॉजिक बोर्ड, रैम और पावर एडेप्टर आदि. इस टेस्ट को रन करने के लिए मैक को चार्जिंग पर लगाएं और शटडाउन कर पावर बटन को देर तक दबाकर रखें. जैसे ही आपको स्टार्टअप ऑप्शन दिखें तो पावर बटन को छोड़ दें और फिर कमांड+D को प्रेस करें.
ये टेस्ट पूरा होने पर आपको खराबी के बारे में पता चल जाएगा. अगर कोई खराबी नहीं हुई तो ये टेस्ट 'No Issue Found' बताएगा. अगर टेस्ट में ज्यादा प्रॉब्लम निकलती है तो आप इसे न लें, अगर प्रॉब्लम एक-दो हैं तो खरीदारी में पैसे कम करवा लें.