10,000 वाले एंड्राइड में हैं लेकिन लाख रुपये वाले आईफोन में नहीं हैं ये कॉमन फीचर
मैजिक इरेज़र: मैजिक इरेज़र की सुविधा आपको सैमसंग, गूगल और वीवो के स्मार्टफोन में देखने को मिल जाएगी. इससे आप किसी भी फोटो से अनवांटेड चीजें हटा सकते हैं. लेकिन आईफोन में आपको ये सुविधा नहीं मिलती. आईओएस 16 में लोगों को बैकग्राउंड हटाने की सुविधा मिलती है लेकिन अभी भी ऑब्जेक्ट इरेज़र इसमें नहीं है.
ऐप्स के लिए स्प्लिट स्क्रीन: एंड्राइड स्मार्टफोन में आपको स्प्लिट स्क्रीन की सुविधा मिलती है जबकि आईफोन में आप एक साथ दो ऐप्लीकेशन नहीं चला सकते. यानी जिस तरह आप स्प्लिट स्क्रीन करके एक ही स्क्रीन पर दो ऐप एंड्राइड में चला पाते हैं ये सुविधा आईफोन में नहीं है. एप्पल को ये सुविधा अपने स्मार्टफोन में जरूर देनी चाहिए. शायद आने वाले समय में हम एप्पल से ये उम्मीद कर सकते हैं.
अन-इनस्टॉल सिस्टम ऐप: एंड्राइड स्मार्टफोन में लोगों को डिफॉल्ट ऐप्स को हटाने की परमिशन नहीं होती जबकि आईफोन में ये सुविधा मिलती है. माना जा रहा है कि आईओएस 17 से कंपनी यूजर्स को फुल पावर देगी और वो चाहे तो अधिकतर ऐप को हटाकर थर्ड पार्टी एप्लीकेशन रख सकते हैं. लेकिन एंड्राइड में ऐसा नहीं है. एंड्राइड में डीफॉल्ट ऐप्स को हटाया नहीं जा सकता.
ऐप साइडलोडिंग: एंड्राइड स्मार्टफोन में आपने देखा होगा कि गूगल प्लेस्टोर के अलावा अगर स्माटफोन वीवो का है तो उसमें वीवो ऐप स्टोर या सैमसंग का है तो सैमसंग गैलेक्सी स्टोर मिलता है. यानि प्लेस्टोर के अलावा भी ऐप्स को डाउनलोड करने के लिए कोई प्लेटफार्म होता है. लेकिन एप्पल के स्मार्टफोन में साइडलोडिंग सिस्टम नहीं है. एप्पल ये मानता है कि साइडलोडिंग से एप्पल की प्राइवेसी में खलल हो सकता है.
फाइल मैनेजर: एंड्राइड स्मार्टफोन में आईफोन की तुलना में अच्छा फाइल मैनेजर मिलता है. इसमें आप चीजों को अच्छे से व्यवस्थित करके रख सकते हैं और आसानी से किसी भी कंटेंट को एक्सेस कर सकते हैं. जबकि आईफोन में फाइल मैनेजर थोड़ा सिंपल है और एंड्राइड की तरह फीचर्स इसमें नहीं हैं.