स्मार्ट प्लग कैसे बचाता है बिजली, जानिए एक छोटा सा डिवाइस क्यों है कारगर
स्मार्ट प्लग दिखने में तो सामान्य प्लग जैसा लगता है लेकिन इनके अंदर वाई-फाई कंट्रोल, पावर मॉनिटरिंग और टाइमर जैसी स्मार्ट सुविधाएं होती हैं. इन्हें किसी भी सॉकेट में लगाकर नॉर्मल उपकरणों को स्मार्ट बनाया जा सकता है. यानी आप मोबाइल से उन्हें ऑन या ऑफ कर सकते हैं उनके बिजली खर्च का डेटा देख सकते हैं और जरूरत होने पर टाइम-शेड्यूल भी सेट कर सकते हैं. इससे बिजली की अनावश्यक बर्बादी रुकती है.
कई घरेलू उपकरण जैसे टीवी, सेट-टॉप बॉक्स, चार्जर, कंप्यूटर, माइक्रोवेव और गेमिंग कंसोल बंद होने के बाद भी स्टैंडबाय मोड में बिजली खाते रहते हैं. इन्हें वैंपायर पावर कहा जाता है. इलेक्ट्रिशियन बताते हैं कि परिवार के घरों में करीब 10–15% बिजली इसी अनजाने में होने वाली खपत पर खर्च हो जाती है.
स्मार्ट प्लग इन उपकरणों को पूरी तरह से ऑफ कर देते हैं. आप टाइमर सेट कर सकते हैं कि रात में 12 बजे टीवी या गेमिंग कंसोल पूरी तरह बंद हो जाए. इसके अलावा, स्मार्ट प्लग पावर मॉनिटरिंग दिखाकर यह समझने में मदद करते हैं कि किन उपकरणों की बिजली खपत ज्यादा है जिससे आप उपयोग कम कर सकते हैं.
यदि घर में कई ऐसे उपकरण हैं जिन्हें इस्तेमाल के बाद बंद करना भूल जाते हैं तो स्मार्ट प्लग बेहद उपयोगी है. जिन घरों में एयर प्यूरीफायर, डीह्यूमिडिफायर, मोटर, राउटर, लैम्प या हीटर चलते रहते हैं, स्मार्ट प्लग उन्हें ऑटो-ऑफ कर बिजली बचा सकता है. ऑफिस डेस्क सेटअप, मॉनिटर, स्पीकर और पीसी जैसे गैजेट्स के लिए भी यह शानदार विकल्प है.
अगर स्मार्ट प्लग को सोच-समझकर इस्तेमाल किया जाए तो बिल में 15% तक की कमी देखी जा सकती है. यह आपके घर के कई गैजेट्स को कंट्रोल में रखता है और फालतू बिजली को खत्म करता है. यही वजह है कि इलेक्ट्रिशियन इसे छोटा सा डिवाइस, बड़ा फायदा बताते हैं. स्मार्ट प्लग का इस्तेमाल आसान है और इससे ऊर्जा बचत भी.