क्या आपके घर में भी Wifi के पास हैं ये चीजें तो तुरंत हटा लीजिए, 99 % लोगों को नहीं मालूम वरना क्या होगा, जानिए
वाई-फाई सिग्नल रेडियो वेव्स पर काम करते हैं और ये वेव्स बाधा मिलने पर कमजोर हो जाती हैं. अगर राउटर के पास बड़े शीशे लगे हों तो सिग्नल रिफ्लेक्ट होकर दिशा बदल सकते हैं जिससे नेटवर्क कवरेज घट जाती है. इसी तरह धातु की वस्तुएं भी वाई-फाई को प्रभावित करती हैं क्योंकि मेटल बिजली का अच्छा कंडक्टर होते हुए भी रेडियो वेव्स को रोक देता है. यही कारण है कि राउटर को कभी भी शीशे या लोहे-स्टील की चीजों के पास नहीं रखना चाहिए.
ब्लूटूथ डिवाइस भी वाई-फाई के सिग्नल पर असर डालते हैं. इसकी वजह है कि दोनों ही 2.4 गीगाहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी पर काम करते हैं. अगर राउटर के पास स्पीकर, माउस, कीबोर्ड या कोई अन्य ब्लूटूथ गैजेट रखा हो तो इंटरफेरेंस बढ़ जाता है और इंटरनेट की स्पीड कम हो जाती है. ऐसे में इन डिवाइसों को राउटर से थोड़ी दूरी पर रखना बेहतर होता है.
फर्नीचर और अलमारी जैसी बंद जगहें भी वाई-फाई नेटवर्क के दुश्मन बन सकती हैं. अगर राउटर लकड़ी के रैक या कपबोर्ड में रखा है तो सिग्नल बाहर ठीक से निकल नहीं पाता और कनेक्टिविटी कमजोर हो जाती है. इसलिए हमेशा कोशिश करनी चाहिए कि राउटर को घर की खुली और ऊंची जगह पर लगाया जाए ताकि उसके एंटीना से सिग्नल हर दिशा में बराबर फैल सके.
इसके अलावा, किचन में रखे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, खासकर माइक्रोवेव ओवन भी वाई-फाई की स्पीड को धीमा कर सकते हैं. माइक्रोवेव भी 2.4 गीगाहर्ट्ज पर काम करता है और रेडिएशन लीक करता है, जिससे नेटवर्क कमजोर हो जाता है. यदि राउटर माइक्रोवेव या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों के पास होगा तो इंटरनेट की क्वालिटी पर सीधा असर पड़ेगा. इस समस्या से बचने के लिए राउटर को हमेशा किचन से दूर और घर के सेंटर प्वाइंट पर लगाना चाहिए.
वाई-फाई की सही स्पीड पाने के लिए केवल अच्छा प्लान लेना ही काफी नहीं है बल्कि राउटर को कहां और कैसे रखा गया है, यह भी उतना ही जरूरी है. अगर आसपास शीशा, मेटल, ब्लूटूथ डिवाइस, अलमारी या माइक्रोवेव जैसी चीजें न हों तो आपके इंटरनेट की स्पीड वाकई ताबड़तोड़ हो सकती है.