ये 5 पॉइंट्स RBI Digital Rupee और UPI में अंतर समझा देंगे, सारी कन्फ्यूजन दूर हो जाएगी
बैंक डिपॉजिट: RBI Digital Rupee को दूसरे तरह की करेंसी में चेंज किया जा सकता है, जबकि UPI को नहीं. आरबीआई डिजिटल रुपी पर कैश अमाउंट की तरह ब्याज नहीं मिलता है.
बैंक सपोर्ट: RBI की रलीज के अनुसार, इस पायलेट प्रोजेक्ट के लिए फिलहाल सिर्फ 8 बैंकों का चयन किया गया है. इसके उलट, यूपीआई की सर्विस लगभग हर बैंक देता है. खबर है कि e-R करेंसी की सहायता से दो यूजर्स या फिर यूजर और मर्चेंट के बीच में ट्रांजेक्शन किया जा सकता है.
वैल्यू: डिजिटल रुपये को उसी मूल्यवर्ग में डिस्ट्रीब्यूट किया जाएगा जिसमें अभी तक coins और पेपर मनी को किया जाता रहा हैं. वहीं UPI के मामले में कोई मूल्यवर्ग नहीं है.
लायबिलिटी : बैंक डिजिटल करेंसी और UPI लेनेदेन की जिम्मेदारी लेते हैं. अब बात अगर डिजिटल रुपये की जिम्मेदारी की करें तो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) इसकी जिम्मेदारी ले रहा है.
ऐप्स: डिजिटल रुपया के लेनदेन के लिए बैंक की तरफ से एप प्रोवाइड कराया जाएगा. मर्चेंट इस करेंसी को QR कोड के जरिए इस्तेमाल कर सकेंगे. इसके लिए सिलेक्टेड एप बनाई जा सकती हैं. वहीं, यूपीआइ को कई ऐप्स पहले से सपोर्ट कर रही हैं.