BharOS की तो खूब हो रही चर्चा, लेकिन ये मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम भी किसी से कम नहीं
Sailfish OS : अगर आप अपने Android फ़ोन पर गूगल सर्विस का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं और एक ऐसा ऑपरेटिंग सिस्टम चाहते हैं जो यूनिक, सिक्योर और स्टेबल हो, तो Sailfish OS आपके काम आ सकता है. हालांकि, इस ऑपरेटिंग सिस्टम की बड़ी कमी यह है कि यह सपोर्ट चुनिंदा सोनी स्मार्टफोन्स के लिए ही सीमित है.
Ubuntu Touch : उबंटू टच भी गूगल सर्विस से अलग स्मार्टफोन एक्सपीरियंस करने का एक शानदार तरीका है. यह कस्टम ऑपरेटिंग सिस्टम Xiaomi, OnePlus, Asus, Google और Samsung के चुनिंदा फोन के लिए अवेलेबल है. Ubuntu Touch एक यूनिक और सुरक्षित एक्सपीरियंस देने का काम करता है.
Arrow OS : एरो ओएस एक अन्य एओएसपी-आधारित कस्टम रॉम है जो सभी प्रमुख ब्रांडों के स्मार्टफोन के लिए अवेलेबल है. यह भी यूजर्स को अपनी पसंद की ऐप्स चुनने की अनुमति देता है.
LineageOs : LineageOS, को पहले CyanogenMod के नाम से जाना जाता था. BharOS की तरह, LineageOS भी यूजर्स को अपने खुद के डिफ़ॉल्ट ऐप्स चुनने की सहूलियत देता है. LineageOS Google, Nokia, Samsung, OnePlus, Xiaomi, Motorola, Lenovo, और LG जैसे सभी प्रमुख ब्रांडों के स्मार्टफ़ोन के लिए अवेलेबल है.
PostmarketOS: यह एक स्थायी मोबाइल ओएस है और यह फ्री सॉफ्टवेयर पर काम करता है. पोस्टमार्केटओएस चुनिंदा मोटोरोला, वनप्लस, सैमसंग और श्याओमी डिवाइस पर काम करता है.
ध्यान रहे कि आप अपने स्मार्टफोन पर एक कस्टम रोम इंस्टॉल करना खतरनाक भी हो सकता है. कस्टम रोम इंस्टॉल करने के लिए, बूटलोडर को अनलॉक करना पड़ेगा, जो डिवाइस को हैक और मैलवेयर के लिए भी ओपन कर सकता है. ऐसे में, कस्टम रोम हमेशा वेरिफाइड सोर्स से ही डाउनलोड करें, और अपने जोखिम पर ही इस्तेमाल करें.