11,000 KM की रेंज वाला 'अदृश्य शस्त्र'! दुश्मन की नज़र से बचकर तबाही मचाता है अमेरिका का B-2 Spirit बॉम्बर
B-2 Spirit की सबसे बड़ी खासियत इसकी स्टील्थ तकनीक है. यह तकनीक विमान को दुश्मन के रडार की पकड़ में आने से बचाती है. इसका एरोडायनामिक डिजाइन और विशेष रडार-शोषक कोटिंग इसे लगभग अदृश्य बना देती है. यही कारण है कि यह दुश्मन की सीमा में गहराई तक घुसकर बिना किसी को भनक लगे मिशन को अंजाम दे सकता है.
यह बॉम्बर करीब 50,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है और इसकी रेंज लगभग 11,000 किलोमीटर है, जो इसे बिना रुके अंतरराष्ट्रीय मिशनों को पूरा करने में सक्षम बनाती है. जरूरत पड़ने पर इसे हवा में ईंधन भरकर और आगे भेजा जा सकता है.
B-2 में दो पायलटों की जरूरत होती है, लेकिन इसमें चार तक क्रू सदस्य बैठ सकते हैं. इसकी हथियार ले जाने की क्षमता लगभग 18,000 किलोग्राम है. यह पारंपरिक बमों के साथ-साथ परमाणु हथियार भी ढो सकता है.
B-2 में चार जनरल इलेक्ट्रिक F118-GE-100 टर्बोफैन इंजन लगे हैं जो प्रत्येक 17,300 पाउंड तक का थ्रस्ट पैदा करते हैं. इसका खुद का वजन लगभग 72,575 किलोग्राम है और अधिकतम टेक-ऑफ वज़न 1,52,634 किलोग्राम तक जाता है. इसमें लगभग 75,750 किलोग्राम ईंधन भरा जा सकता है, जिससे यह लंबी दूरी के मिशन को आसानी से अंजाम दे सकता है.
B-2 बॉम्बर को पहली बार 22 नवंबर 1988 को कैलिफ़ोर्निया के पामडेल में सार्वजनिक रूप से दिखाया गया था. इसकी पहली टेस्ट उड़ान 17 जुलाई 1989 को हुई थी. अमेरिका के मिसौरी स्थित एयरबेस से यह उड़ान भरता है, जो इसका प्रमुख संचालन केंद्र है.
इस विमान को सबसे पहले 1999 में कोसोवो युद्ध के दौरान मिशन पर भेजा गया था. तब यह मिसौरी से उड़कर सीधे यूगोस्लाविया गया और सफल मिशन के बाद लौट आया. इसके बाद 2001 से 2021 तक अफगानिस्तान में भी इसे कई बार इस्तेमाल किया गया.