नवरात्र के पहले दिन प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ, मीरजापुर के मंदिरों में भक्तों का तांता, देखें ये दिलचस्प तस्वीरें
शारदीय नवरात्र के पहले दिन सोमवार को वाराणसी स्थित माता के सजे-धजे मंदिरों में श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें लग गयीं.
नवरात्र के अवसर पर सभी देवी मंदिरों को सजाया गया. माता के मंदिरों में सुबह से ही भजन-कीर्तन और दर्शन-पूजन करने वालों का तांता लगा हुआ है.
दुर्गाकुण्ड मंदिर के पुजारी कौशल गुरु ने बताया कि नवरात्रि के पहले दिन भोर से ही श्रद्धालु मंदिर में कतार लगाकर दर्शन पूजन कर रहे है, भोर में मंगला आरती के बाद से भक्तजन कतारों में लगकर माता का दर्शन-पूजन कर रहे हैं.
पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि नवरात्र के पर्व को देखते हुए मंदिरों के आस-पास सुरक्षा बलों को नियुक्त किया गया है और पुरुष बल के साथ ही महिला सुरक्षाकर्मियों को भी तैनात किया गया है. उन्होंने बताया कि ज्यादा भीड़-भाड़ वाली जगहों पर ड्रोन की सहायता से निगरानी की जा रही है.
श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा में कैंट स्थित श्री काली देवी मंदिर, चामुंडा देवी मंदिर और वृंदावन स्थित कात्यानी देवी मंदिर समेत विभिन्न देवी मंदिरों में भक्तों की खासी भीड़ उमड़ी. भक्त देवी दुर्गा के भजन गा रहे थे और उन्हें नारियल अर्पित कर रहे थे.
श्री काली देवी मंदिर के मीडिया प्रभारी रमन टंडन ने बताया, 'इस नवरात्रि का विशेष महत्व है क्योंकि माना जाता है कि मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आ रही हैं, जिसे बहुत शुभ माना जाता है. यह विशेष रूप से व्यापारियों और कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए समृद्धि और सौभाग्य लेकर आएगा.'
इसी मंदिर के पुजारी दिनेश चतुर्वेदी ने कहा, 'आज से शुरू होकर अगले सप्ताह समाप्त होने वाला यह उत्सव शांति, खुशी, विकास और पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध रूपी आशीर्वाद लाएगा.'
अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) आशना चौधरी ने कहा कि व्यवस्था बनाए रखने और भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रमुख मंदिरों के बाहर पुलिस पंचायत किया गया है. इनमें पर्याप्त संख्या में महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं.
मिर्जापुर में भी प्रसिद्ध विंध्याचल मंदिर के बाहर दर्शन के लिए भक्तों की व्यापक भीड़ देखी गई. लखनऊ में, चंद्रकी देवी, काली बाड़ी और अन्य मंदिरों में भी भक्तों का तांता लगा रहा.