In Pics: विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा का कल से शुरू होगा लोकार्पण कार्यक्रम, देंखे तस्वीरें
राजस्थान के राजसमंद जिले के श्री नाथ की नगरी नाथद्वार शनिवार को इतिहास रचने जा रही है. यहां दुनिया की सबसे ऊंची शिव प्रतीप का लोकार्पण कार्यक्रम शुरू होने वाला है. कार्यक्रम में राम कथा वाचक मुरारी बापू आज आएंगे. वहीं शनिवार को सीएम अशोक गहलोत आएंगे.
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने की संभावना भी बन रही है. वह 3 नवम्बर को लोकार्पण कार्यक्रम में आ सकते हैं.
लोकार्पण कार्यक्रम की व्यवस्था पूरी हो चुकी है. जिसमें आने वाले लोगों के रहने, खाने से लेकर सुरक्षा, पार्किंग तक है. शिव प्रतिमा विश्वास स्वरूपं उदयपुर नाथद्वार रोड पर है. जहां रोजाना एक लाख से ज्यादा लोगों के आने की व्यवस्था की गई है.
विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा 369 फ़ीट ऊंची हैं. प्रतिमा के अंदर सबसे ऊपरी हिस्से में जाने के लिए 4 लिफ्ट और तीन सीढ़ियां बनी हैं. प्रतिमा के निर्माण में 10 वर्षों का समय और 3000 टन स्टील और लोहा, 2.5 लाख क्यूबिक टन कंक्रीट और रेत का इस्तेमाल हुआ है. साथ ही बनाने में 50 हजार लोगों का योगदान है.
प्रतिमा का निर्माण 250 वर्षों की स्थिरता को ध्यानगत रखते हुए किया गया है. 250 किमी रफ्तार से चलने वाली हवाएं भी मूर्ति को प्रभावित नहीं करेगी. इस प्रतिमा की डिजाइन का विंड टनल टेस्ट (ऊंचाई पर हवा) आस्ट्रेलिया में हुआ है. बरसात और धूप से बचाने के लिए इस पर जिंक की कोटिंग कर कॉपर कलर किया गया.
प्रतिमा स्थल पर पर्यटकों की सुविधाओं और मनोरंजन के लिये बंजी जम्पिंग का निर्माण किया गया है. यह ऋषिकेश के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी बंजी जम्पिंग होगी. यहां फुटकोर्ट, गेम जोन, जिप लाइन, गो कार्टिंग,एडवेंचर पार्क, जंगल कैफ़े का निर्माण भी किया गया है. फायर सेफ्टी के लिए प्रतिमा में ही बड़ा टैंक बनाया गया है.
एक बार में इस प्रतिमा के अंदर 10 हजार लोग एक बार में यहां आ सकते हैं. प्रतिमा को पूरा देखने के लिए 4 घंटे का समय लगेगा. एक लाख लोगों की भोजन व्यवस्था होगी जिसके लिए 4800 वर्गफीट में रामरसोड़ा.प्रतिमा स्थल के आस-पास 8 जगह पार्किंग बनाई गई है जहां 10 हजार से ज्यादा वाहन पार्क हो जाएंगे.
800 अस्थाई घर बनाए गए हैं जहां राम कथा सुनने आने वाले 4800 लोगों के ठहरने की व्यवस्था होगी. सुरक्षा के लिए 2000 सीसीटीवी की निगरानी रहेगी, 150 गार्ड और 500 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे. कथा स्थल पर 50 हजार श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था की गई.