In Photos: खाटू श्यामजी मंदिर में भगदड़ के बाद जोधपुर प्रशासन अलर्ट, कलेक्टर ने लिया जायजा
सीकर जिले के खाटूश्यामजी के मंदिर में गत शनिवार को सुबह भगदड़ मची जिसमें तीन महिलाओं की मौत हो गई थी. इसके बाद अब आगामी दिनों में होने वाले मेलों के आयोजन के लिये अलर्ट हो जारी हो चुका है. जोधपुर प्रशासन के अनुसार बाबा रामदेव मेले में प्रतिदिन लाखों की तादाद में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. इसको लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है. मेले में व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
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View In Appबुधवार को उन्होंने पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ और अन्य अधिकारियों के साथ मसूरिया स्थित बाबा रामदेव मंदिर पहुंचकर विभिन्न प्रबन्धों की तैयारियों का जायजा लिया. साथ ही मेले से पूर्व मेला आयोजन और मेलार्थियों के लिए सभी सुविधाओं को बेहतर ढंग से पूर्ण करने के निर्देश दिए. जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने इस अवसर पर मंदिर में दर्शन किए और सर्वांगीण खुशहाली और लोक मंगल कामना की.
जिला कलेक्टर ने प्रशासनिक और विभागीय अधिकारियों की टीम के साथ मेले से संबंधित प्रत्येक स्थल और आवागमन मार्ग को देखा. उन्होंने मेला प्रांगण में ही अधिकारियों की बैठक लेकर सभी प्रकार की व्यवस्थाओं और तैयारियों की जानकारी ली. साथ ही उन्होंने मेले की हरेक व्यवस्था को बेहतर और मेलार्थियों के लिए सुगम तथा सुरक्षित बनाए जाने के लिए सख्त निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि मेले से संबंधित सभी प्रकार के आवश्यक इंतजाम मेले से पूर्व ही अच्छी तरह सुनिश्चित कर लिए जाएं ताकि मेलार्थियों को आवागमन और दर्शन आदि में सुविधा रहे और किसी भी प्रकार की असुविधाओं का सामना नहीं करना पड़े.
जिला कलेक्टर ने बाबा रामदेव मेले के संबंध में चिकित्सा, बिजली, जल, सफाई और रोशनी, फायर ब्रिगेड़, जातरुओं के स्नान की व्यवस्था, सड़क मरम्मत और झाडियों को हटाने, उद्घोषणा व्यवस्था, बिजली निरीक्षक, शू-स्टेण्ड, प्रसाद चढ़ाने और वितरण की व्यवस्था के लिये निर्देश दिये. साथ ही सीसीटीवी, बैरियर, बेरिकेटिंग, दुकानों और झूलों की व्यवस्था, यातायात और पार्किंग व्यवस्था, पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था, ओवर लोडिंग वाहनों पर नियंत्रण, बसों की गति सीमा निर्धारण करने के निर्देश दिये.
कलेक्टर ने बसों के पीछे सीढियों को हटाने, यात्रियों के हेडबेंड, रिफ्लेक्टर, गतिरोधक बनाने, सड़क मार्गों पर स्पीड ब्रेकर पर जेबरा लाइन किए जाने एवं सूचना बोर्ड और संकेतक लगाने, सड़क के किनारे लगने वाले भण्डारों के संबंध में, 108 एम्बूलेंस सहित जरूरी सुविधाओं को लेकर निर्देश दिये. जोधपुर शहर के मेहरानगढ़ दुर्ग में बने 565 वर्ष प्राचीन चामुण्डा मंदिर में 30 सितम्बर 2008 की सुबह मंगलवार के दिन शारदीय नवरात्र के पहले दिन (प्रतिपदा )की भोर में मची भगदड़ में 216 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी.
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