संजय निरुपम के दोबारा शिवसेना में शामिल होने पर एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान- 'ये तो बस ट्रेलर है'
कांग्रेस के पूर्व नेता संजय निरुपम शुक्रवार (3 मई) को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो गए. मुंबई के पूर्व सांसद ने लगभग दो दशक पहले अविभाजित शिवसेना छोड़ी थी.
संजय निरुपम को पिछले महीने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था. निरुपम शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिंदे की उपस्थिति में शिवसेना में शामिल हो गए.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पार्टी में उनका स्वागत करते हुए एलान किया कि निरुपम शिवसेना के उपनेता और प्रवक्ता के तौर पर काम करेंगे. साथ ही सीएम शिंदे ने लोकसभा चुनाव को लेकर विरोधियों को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि 'यह तो सिर्फ ट्रेलर है, पिक्चर अभी बाकी है.'
संजय निरुपम ने 1990 के दशक में शिवसेना के हिंदी मुखपत्र 'दोपहर का सामना' के संपादक के रूप में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी और पार्टी का उत्तर भारतीय चेहरा बने थे.
शिवसेना छोड़ने के बाद निरुपम साल 2005 में कांग्रेस में शामिल हुए और उन्हें महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी का महासचिव नियुक्त किया गया. इसके बाद उन्होंने 2009 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता राम नाइक को हराकर मुंबई उत्तर लोकसभा सीट पर जीत हासिल की थी.
संजय निरुपम के शिवसेना में शामिल होने पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि बाल ठाकरे ने उन्हें दो बार राज्यसभा भेजा था और उनके काम से राष्ट्रीय स्तर पर शिवसेना की प्रतिष्ठा बढ़ी.
एकनाथ शिंदे ने आगे कहा कि आज उनकी घर वापसी हुई है. उन्होंने कहा कि शिवसेना में निरुपम के आ जाने से मुंबई-ठाणे क्षेत्र में शिवसेना-बीजेपी-राकांपा गठबंधन के उम्मीदवारों को फायदा होगा.