'चेहरा ढंककर आए थे उपद्रवी', स्थानीय लोगों का दावा, नागपुर में हुई हिंसा की बड़ी बातें
औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद के बीच नागपुर के महाल में सोमवार (17 मार्च) शाम साढ़े आठ बजे के करीब भारी बवाल हो गया. दो गुटे में भयंकर टकराव हो गया. सुबह यहां पर वीएचपी और बजरंग दल ने औरंगजेब की कब्र को लेकर प्रदर्शन किया था. शाम में भालदारपुरा में भीड़ ने पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ कर दी. हिंसा भड़क गई. कई गाड़ियों को नुकसान हुआ. कुछ पुलिसकर्मी घायल हो हुए हैं. सीएम देवेंद्र फडणवीस और राज्य के अन्य नेताओं ने शांति बनाए रखने की अपील की है.
इस बवाल में डीसीपी निकेतन कदम पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया. सवाल है कि आखिर कुल्हाड़ी से कैसे हमला किया गया? क्या इस घटना के पीछे कोई साजिश तो नहीं है? दरअसल, ये सवाल इसलिए क्योंकि महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा कि इसके पीछे साजिश है.
नागपुर में पुलिस ने एहतियातन धारा 163 लागू कर दी है. सूत्रों की मानें तो इस घटना को लेकर 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं 40-45 लोगों को हिरासत में लिया गया है. नागपुर पुलिस ने कहा कि महाल इलाके में पत्थरबाजी और आगजनी की घटना के बाद नागपुर पुलिस ने शहर में निषेधाज्ञा जारी कर दी है. पुलिस अपराधियों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज और उनके पास मौजूद दूसरे वीडियो क्लिप्स को खंगाल रही है, मामले में एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है. पुलिस ने शहर में शांति बनाए रखने और नागपुर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने की अपील भी की है.
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि नागपुर में जो घटना हुई है वो दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि मैं खुद पूरे मामले पर नजर रख रहा हूं. उन्होंने कहा कि मैंने पुलिस कमिश्नर से कहा है कि घटना के पीछे जो लोग भी शामिल हैं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाएं. उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
पुलिस ने पूरे घटना की जांच के लिए 20 अलग-अलग टीमें बनाई हैं. पुलिस लगातार धड़पकड़ कर रही है. पुलिस का दावा है कि फिलहाल हालात काबू में हैं. पुलिस वायरल वीडियो की भी जांच कर रही है. पुलिस की टीमें ग्राउंड पर और कंट्रोल रूम से जांच को आगे बढ़ा रही हैं. पुलिस ने जिन लोगों को हिरासत में लिया है उनसे पूरी पूछताछ की जाएगी. पुलिस के हाथ जो भी शुरुआती जानकारी लगी है उसकी गहराई से जांच की जा रही है.
एबीपी न्यूज़ से बातचीत में नागपुर पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंघल ने कहा कि मामले की जांच जारी है. पथराव की घटना पर उन्होंने कहा कि यहां पर कुछ निर्माणकार्य चल रहा था, वहीं से पथराव का सामान आया.
नागपुर पुलिस पूरी रात कॉम्बिग ऑपरेशन करेगी. एक स्थानीय शख्स ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा कि झुंड में वो (उपद्रवी) आए थे. उनका चेहरा ढंका हुआ था. हम लोगों को कुछ आधार कार्ड और पैन कार्ड मिले हैं जिसे हम पुलिस को देंगे.
विपक्ष ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है. आदित्य ठाकरे ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की हालत और भी बिगड़ चुकी है. वहीं शिवसेना (यूबीटी) नेता अंबादास दानवे ने कहा कि क्या सरकार को ये दंगा चाहिए था? ये माहौल तो पिछले आठ-दस दिनों से निर्माण हो रहा था. शरद पवार गुट के नेता जयंत पाटील ने कहा कि जो तस्वीरें आ रही हैं उससे लग रहा है कि माहौल ठीक नहीं है. सीएम देवेंद्र फडणवीस का विधानसभा यहीं से आता है. 40-50 साल में ऐसे दंगा नागपुर में हुआ नहीं था. यहां का इतिहास वैसा नहीं है. अचानक जो हुआ है उसे रोकने की आवश्यकता है.