Exclusive: क्या मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए? आदित्य ठाकरे ने दो टूक में दिया जवाब
शिवेसना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने एबीपी शिखर सम्मेलन में मुसलमानों के आरक्षण को लेकर भी जवाब दिया. मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए? इस पर शिवेसना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि मैं कहता हूं कि हमें देश की आवाज सुननी चाहिए. किसको आरक्षण मिले ना मिले, हर जाति को या किसी को आरक्षण मिले ये संविधान की बात है. इस बारे में पार्लियामेंट में डिबेट होना चाहिए. (फाइल फोटो)
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View In Appशिवेसना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने मराठा आरक्षण के सवाल पर कहा कि इस पर भी पार्लियामेंट में डिबेट होनी चाहिए. मराठा आरक्षण हो या धनगर आरक्षण हो. हम तो कहते हैं कि यहां 50 फीसदी से अधिक आरक्षण की जरुरत है. शिवेसना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि बीजेपी संविधान बदलना चाहती है. आरक्षण सिर्फ बीजेपी वालों को ही मिलेगा. बीसीसीआई में बीजेपी के परिवार वाले ही बैठेंगे.(फाइल फोटो)
शिवेसना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि बीजेपी चुनाव हारने जा रही है. जब जब बीजेपी चुनाव हारने के नजदीक आती है तब वो हिंदू-मुस्लिम के बारे में बात करने लगती है. (फाइल फोटो)
आदित्य ठाकरे ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि इनका मकसद ये है कि जिस दिन हिंदू-मुस्लिम की बात न चले तो हिंदू में जाति-जाति में फूट करो, वो न चले तो जिले-जिले में कोई झगड़ा लगाओ. वो भी न चले तो पाकिस्तान से किसी को कुछ बुलवाओ. (फाइल फोटो)
शिवेसना (यूबीटी) नेता और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने मेरे पिताजी को, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को धोखा दिया और हमारी पार्टी तोड़ी. हमें खत्म करने की साजिश की गई.(फाइल फोटो)
आदित्य ठाकरे ने ये भी कहा कि बीजेपी का पूरा अस्तित्व सीबीआई और ईडी पर निर्भर है. जिस दिन वो उनके हाथ से निकल जाए उनका कोई अस्तित्व नहीं है. हर एक पार्टी रहनी चाहिए. हर एक आवाज रहनी चाहिए. अटल बिहारी बाजपेयी जी की जो भाजपा थी वो दोस्ती में विश्वास रखती थी. देश की हर आवाज, उनके मन की बात, दिल की बात मानने में भरोसा रखती थी. (फाइल फोटो)
आदित्य ठाकरे ने कहा कि देश का युवा आज पूछ रहा है कि रोजगार का क्या हुआ? रोजी-रोटी का क्या हुआ. पीएम आवास योजना में 2022 तक सभी को घर मिलने वाला था, वो पूछेगा मेरे घर का क्या हुआ? जो किसान आत्महत्या करे उसे इससे क्या लेना देना है कि उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी को फोन किया या नहीं. (फाइल फोटो)
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