Madhavi Raje Scindia Death: नेपाल के PM की पोती थीं माधवी राजे, फिर ग्वालियर राजघराने की बनीं बहू, देखें तस्वीरें
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का आज सुबह निधन हो गया. एम्स में पिछले 3 महीने से उनका इलाज चल रहा था. वे निमोनिया और सेप्सिस से पीड़ित थीं.
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View In Appमाधवी राजे सिंधिया के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए मध्य प्रदेश के ग्वालियर लाया जाएगा. तीसरे चरण के मतदान से पहले उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था.
माधवी राजे सिंधिया नेपाल से राजघराने से थी. वे समाजसेवा में भी काफी एक्टिव रहती थीं. यहीं कारण है कि वे 24 धर्मार्थ ट्रस्टों अध्यक्ष भी थी. ये ट्रस्ट शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम कर रहे है.
माधवी राजे सिंधिया के दादा जु्द्ध शमशेर जंग बहादुर नेपाल के प्रधानमंत्री रहे थे. माधवी राजे को प्रिंसेज किरण राज्य लक्ष्मी देवी के नाम से भी जाना जाता था.
साल 1966 में नेपाल के शाही घराने की राजकुमारी माधवी की शादी ग्वालियर के महाराजा माधवराव सिंधिया से हुई थी. दिल्ली में ये शादी बड़ी शानो-शौकत के साथ हुई थी.
मराठी परंपरा के अनुसार नेपाल की राजकुमारी का शादी के बाद नाम बदल दिया गया. वे किरण राजल्क्ष्मी से माधवी राजे कहलाने लगी.
माधवराव सिंधिया और माधवी राजे का रिश्ता ग्वालियर राजघराने की राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने तय किया था. बता दें कि माधवी राजे के पति व ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया का 30 सितंबर 2001 उतरप्रदेश के मैनपुरी में विमान हादसे में निधन हो गया था.
साल 2020 में जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने का फैसला किया तो उनकी पत्नी और बेटा तो उनके सपोर्ट में थे ही साथ ही उनकी मां माधवी राजे ने भी खूब सपोर्ट किया. ज्योतिरादित्य कांग्रेस में पिता की विरासत को छोड़कर जाने में संकोच कर रहे थे तो मां माधवी राजे ने ही उन्हें मार्गदर्शन के रूप में राह दिखाई.
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