In Pics: इंदौर में अनोखा भंडारा, मुक्तिधाम में सूर्यास्त के बाद जुटते हैं श्रद्धालु, जलती चिताओं के बीच सुंदरकांड
श्रद्धालु मुक्तिधाम में विराजित आराध्य का जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाते हैं और 56 भोग अर्पित कर जलती चिताओं के बीच सुंदरकांड, भजन-कीर्तन भी करते हैं. तीन दिवसीय उत्सव इंदौर के रामबाग स्थित मुक्तिधाम में हर वर्ष भैरव अष्टमी को मनाया जाता है.
मुक्तिधाम में छोटे बच्चों से लेकर वयोवृद्ध तक जलती चिताओं के बीच भोजन प्रसादी ग्रहण करने भारी संख्या में आते हैं. आयोजन प्रबंधन समिति के अगुआ दिलीप माने का कहना है कि बीते दो वर्ष के कोरोना काल में एहतियातन 5 हजार प्रसादी पैकेट तैयार कर पंजीकृत श्रद्धालुओं के घर तक पहुंचाए जा रहे थे.
माने ने आगे बताया कि इस वर्ष 14-16 नवंबर को आयोजित होने वाले तीन दिवसीय कार्यक्रम में लगभग 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान है. प्रबंध समिति के अनुसार मुक्तिधाम में लगभग 5 टन भोजन सामग्री तैयार की जाती है.
दो टन से ज्यादा सब्जी, एक टन आटे की पूरी सहित कुल 5 टन भोजन सामग्री तैयार की जाती है. बता दें आने वाले श्रद्धालुओं में छात्र, कारोबारी, विवाहित-अविवाहित महिलाएं से लेकर नवजात शिशु शामिल होते हैं.
आराध्य से मान मन्नत करने के बाद वर्ष में एक बार भैरव अष्टमी पर मुक्तिधाम में दर्शन करने के लिए श्रद्धालु जुटते हैं और जलती चिताओं के बीच भोजन प्रसादी ग्रहण करते हैं.