हजारीबाग हिंसा: 10 नामजद, 200 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज, तस्वीरों में देखें हिंसा का खौफनाक नजारा
राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि यह झड़प उस समय हुई, जब मंगला जुलूस पंच मंदिर चौक से झंडा चौक की ओर जा रहा था. किशोर ने सदन को बताया, “जब जुलूस पास के एक चौक पर पहुंचा, तो आपत्तिजनक गाना बजाने को लेकर दो समुदायों के बीच टकराव हो गया और दोनों तरफ से पथराव किया गया.”
“मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने भीड़ को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन दोनों समूहों की ओर से पथराव तेज हो गया. इसके बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने और सरकारी व निजी संपत्तियों की सुरक्षा के लिए हवा में दो गोलियां चलाईं.”
स्थिति को नियंत्रण में लाने के बाद संवेदनशील इलाकों और मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल और मजिस्ट्रेट तैनात किए गए. मौके पर तैनात मजिस्ट्रेट की शिकायत के आधार पर सदर थाने में दोनों समुदाय के पांच-पांच नामजद लोगों और 200 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. फिलहाल, स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है.
इससे पहले, हजारीबाग में धार्मिक जुलूस को कथित तौर पर निशाना बनाकर किए गए पथराव की घटना को लेकर विधानसभा में हंगामा हुआ. बीजेपी के विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के आसन के करीब आकर अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और हिंदू त्योहारों के दौरान उचित सुरक्षा व्यवस्था की मांग की.
सरकार ने सदन को आश्वासन दिया कि राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए अशांति पैदा करने वाले तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उपमंडल पुलिस अधिकारी परमेश्वर कामती ने बताया कि घटना मंगलवार रात करीब 11 बजे जामा मस्जिद चौक के पास हुई, जब रामनवमी उत्सव के तहत मंगला जुलूस निकाला जा रहा था.
उन्होंने कहा कि दोनों तरफ से पथराव किया गया. वहीं, एक अन्य अधिकारी ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हवा में गोलियां चलाईं. पुलिस ने दावा किया कि स्थिति नियंत्रण में है और घटनास्थल पर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. स्थानीय लोगों के अनुसार, सांप्रदायिक गीत बजाने को लेकर दो समूहों के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद दोनों ओर से पथराव किया गया.