In Pics: पहले मंदिर फिर दरगाह, आस्था के रंग में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, क्या सियासी मायने हैं?
30 जनवरी को राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा का अंतिम दिन था. श्रीनगर में बर्फ बारी के बीच उनकी यह यात्रा समाप्त हुई. कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा ने भारत जोड़ो यात्रा संपन्न होने के एक दिन बाद जम्मू कश्मीर के गांदेरबल जिले में मंगलवार को दो प्रमुख तीर्थस्थलों खीर भवानी मंदिर और हजरतबल दरगाह में दर्शन किए. (फोटो क्रेडिट- पीटीआई)
अधिकारियों ने बताया कि राहुल-प्रियंका अपने होटल से पहले मध्य कश्मीर के गांदेरबल जिले में तुल्लामुला इलाका स्थित रागन्या देवी मंदिर के लिए निकले, जो माता खीर भवानी मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है. (फोटो क्रेडिट- पीटीआई)
अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान कांग्रेस के अन्य नेता भी उनके साथ थे. उन्होंने श्रीनगर से 28 किलोमीटर दूर स्थित मंदिर में दर्शन किए. इस मंदिर की कश्मीर पंडितों में काफी मान्यता है, जिनका मानना है कि मंदिर के नीचे मौजूद कुंड के पानी का रंग घाटी में मौजूदा स्थिति का संकेत देता है. (फोटो क्रेडिट- पीटीआई)
कुंड के पानी के अधिकतर रंग का कोई विशेष महत्व नहीं होता है, लेकिन पानी का रंग काला या गहरा हो जाना कश्मीर के लिए बुरे समय का संकेत माना जाता है. (फोटो क्रेडिट- पीटीआई)
बाद में वे यहां के प्रसिद्ध डल झील के पास स्थित हजरतबल दरगाह पहुंचे. ऐसी मान्यता है यहां पैगंबर मोहम्मद के अवशेष हैं जिसके कारण घाटी के मुस्लिम समुदाय की इससे गहरी आस्था जुड़ी है. (फोटो क्रेडिट- पीटीआई)
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा कारणों से उनकी इस यात्रा को गोपनीय रखा गया था. (फोटो क्रेडिट- पीटीआई)
ये तस्वीर सोमवार (30 जनवरी) की है, जब राहुल गांधी ने श्रीनगर में भारत जोड़ो यात्रा शिविर स्थल पर अपने समर्थकों के साथ झूमते नजर आये थे.(फोटो क्रेडिट- पीटीआई)