Sabarmati Ashram Ahmedabad: साबरमती आश्रम;- वो जगह जहां महात्मा गांधी ने गुजारा लंबा वक्त, तस्वीरों में देखिए बापू के आश्रम का इतिहास
देश में जब भी हम भारत की आजादी के बारे में बात करते हैं तो लोगों के मन में महात्मा गांधी का नाम जरूर आता है. महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था और लोग प्यार से उन्हें 'बापू' कहकर बुलाते थे. देश और दुनिया भर में लोग उन्हें राष्ट्रपिता या महात्मा के रूप में भी जानते हैं.
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View In Appसाबरमती आश्रम का उद्घाटन किसने किया था: साबरमती आश्रम का उद्घाटन उस वक्त देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने किया था. वैसे तो महात्मा गांधी का पूर्ववर्ती घर काफी साधारण था, लेकिन अब इसे आकर्षक संग्रहालय में बदल दिया गया है.
क्या आपको महात्मा गांधी के तीन बंदरों का अर्थ मालूम है: वैसे परंपरागत रूप से गांधी ने तीन बंदरों का जिक्र किया है. पहले बंदर का नाम मिजारू है जिसने अपनी आंखों को ढंक रखा है. इसका अर्थ है कि जो कोई बुराई नहीं देखता. दूसरे बन्दर का नाम किकाजरू है जिसने अपने कानों को ढंक रखा है. इसका अर्थ है जो कोई बुराई नहीं सुनता. तीसरे बंदर का नाम इवाजारू है जिसने अपना मुंह ढांप रखा है. इसका अर्थ है जो बुरा नहीं बोलता.
क्या आपको पता है साबरमती आश्रम का नाम किसके ऊपर रखा गया है: साबरमती आश्रम का नाम साबरमती नदी के नाम पर रखा गया है. इसे दो भागों में बांटा गया है. साबरमती आश्रम में आश्रम वाला हिस्सा काफी शांतिपूर्ण जगह पर विराजमान है.
महात्मा गांधी का सत्याग्रह आंदोलन: साबरमती आश्रम ही वो जगह थी जहां से महात्मा गांधी ने सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत की थी.
सत्याग्रह का मूल अर्थ क्या है: सत्याग्रह' का मूल अर्थ है सत्य के प्रति आग्रह (सत्य अ आग्रह) सत्य (सच) को पकड़े रहना और इसके साथ अहिंषा (Non-Violence) को मानना है. सत्याग्रह का मूल लक्षण ये है कि अन्याय का हमेशा विरोध (अन्याय के प्रति विरोध इसका मुख्या वजह था) करते हुए अन्यायी के प्रति शत्रुता नहीं रखना.
आश्रम का संक्षिप्त इतिहास: मूल आश्रम की स्थापना मई 1915 में जीवनलाल देसाई (यहां से लगभग 10 किमी) के कोचरब बंगले में की गई थी, जो महात्मा गांधी के बैरिस्टर मित्र थे. इसे सत्याग्रह आश्रम का नाम दिया गया. महात्मा गांधी खेती और पशुपालन जैसी गतिविधियों को करना चाहते थे और उन्हें और जगह की जरूरत थी. 17 जून 1917 में, आश्रम को साबरमती नदी के तट पर छत्तीस एकड़ के क्षेत्र में स्थानांतरित कर दिया गया था.
साबरमती आश्रम में आने (Visit) का समय: साबरमती आश्रम गुजरात के अहमदाबाद में स्थित है. साबरमती आश्रम में आप सुबह के आठ बजे से लेकर शाम के 6:30 तक आ सकते हैं. मतलब साबरमती आश्रम सुबह आठ बजे खुल जाता है और शाम के 6:30 बजे तक ये प्रयटकों के लिए बंद हो जाता है.
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