Mahashivratri 2023: दिल्ली में महादेव की 65 फीट ऊंची मूर्ति बनी आकर्षण का केंद्र, देखें तस्वीरें
महाशिवरात्रि के दिन आज देश भर के शिवालयों में शिवलिंग की पूजा-अर्चना की जा रही है. आज के दिन तड़के सुबह से ही लोग-बाग भोलेनाथ की पूजा करने के लिए मंदिरों में पहुंच रहे हैं.
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View In Appलोर पूजा, गंगा जल-दूध से अभिषेक कर उन्हें भांग, धतूरे और बेलपत्र आदि का चढ़ावा चढ़ा कर उनकी प्रसन्नता और आशीर्वाद की कामना कर रहे हैं.
इस दौरान हर छोटे-बड़े मंदिरों में विभिन्न प्रकार के आयोजन भी किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी स्थित नंगली जालवी गांव के दशकों पुराने शिव मंदिर में भी भोले के भक्तों की भीड़ सुबह से ही उमड़ी हुई है.
हजारों लोग यहां पहुंच कर शिवलिंग की पूजा कर अपनी मनोकना पूर्ति का आशीर्वाद उनसे ले रहे हैं और अभी देर शाम तक हजारों लोगों के पहुंचने की संभावना है.
मंदिर कमेटी के प्रधान अजय ग्रेवाल ने बताया कि हर साल महाशिवरात्रि के दिन 10 हजार से ज्यादा श्रद्धालु मंदिर में पहुंच कर भगवान भोलेनाथ की पूजा करते हैं.
उन्होंने कहा कि वो अपने पिता और दादा के समय से इस मंदिर को देखते आ रहे हैं. छोटे स्वरूप से शुरू हुआ ये मंदिर समय के साथ बड़ा और विशाल होता चला गया. साथ ही लोगों की आस्थाएं भी और मजबूत होती चली गई.
उन्होंने बताया कि ऐसी मान्यता है कि यहां पूजा करने के बाद भक्त अपने भगवान भोलेनाथ से जो भी मनोकामना की करते हैं, उसे भोलेनाथ जरूर पूरा करते हैं.
इस मंदिर की खासियत इसका दशकों पुराना और मनोकामनापूर्ति तो है ही, साथ ही इस मूर्ति का आकर्षण पिछ्ले कुछ सालों पहले यहां स्थापित की गयी महादेव की 65 फीट ऊंची मूर्ति है.
महादेव की 65 फुट ऊंची मूर्ति दूर से ही लोगों को दिख जाती है. फिर लोग इस मंदिर तक खींचे चले आते हैं. यहां महादेव की पूजा करने के बाद वो उनकी मूर्ति की तस्वीर और उनके साथ सेल्फी लेने से खुद को रोक नहीं पाते हैं.
मंदिर कमेटी के प्रधान के अनुसार हर साल यहां भव्य तरीके से महाशिवरात्रि की पूजा का आयोजन किया जाता है. इस बार भी 17 से 19 फरवरी तक तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इसमें कल महिलाओं के समूहों की ओर से मेहंदी-संगीत का कार्यक्रम आयोजन किया गया था.
आज भोलेनाथ की बारात निकाली जाएगी जो इलाके में घूमते हुए मंदिर परिसर में समाप्त होगी और कल दिन भर भंडारे का आयोजन किया जाएगा. इसे लगभग 10 हजार लोग ग्रहण करेंगे. इस दौरान नेता, राजनेता, अधिकारी समेत कई गणमान्य शख्सियत भी इस मंदिर के कार्यक्रम में शामिल होते हैं, जहां उनका सम्मान किया जाता है.
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