आरजी कर केस: दिल्ली एम्स के डॉक्टरों ने पीड़िता के लिए न्याय की मांग की, निकाला मार्च
लगातार प्रदर्शनों के बाद दबाव में आई ममता सरकार ने इस मामले की जांच केंद्र की सीबीआई को सौंपी. जिसके बाद देशभर के डॉक्टरों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिए.
देशभर में लगातार डॉक्टर्स अपनी मांगों को लेकर कैंडल मार्च करते हुए नजर आ रहे हैं. इस घटना को पूरे दो महीने हो गए हैं. पिछले चार दिनों से कोलकाता में और दिल्ली के तमाम अस्पतालों में डॉक्टर्स साइलेंट कैंडल मार्च निकाल रहे हैं. दिल्ली एम्स के डॉक्टर्स ने भी इसमें भाग लिया.
डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष रघुनन्दन दीक्षित ने कहा कि पिछले दो महीने से हम न्याय का इंतजार कर रहे हैं लेकिन हमें न्याय नहीं मिल रहा है. पिछले चार दिनों से हमारे तमाम डॉक्टर साथी कोलकाता में भूख हड़ताल पर बैठे हैं और ममता सरकार उनको सुनने की भी जहमत नहीं उठा रही है.
उन्होंने कहा कि जिस तरीके से हमारी एक साथी के साथ काम के दौरान बलात्कार और उसकी हत्या हुई और अब तक न्याय न मिलना हमारे मनोबल को तोड़ता है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हम काम पर लौट आए थे, लेकिन हमें अभी तक न्याय नहीं मिला है.
रघुनन्दन दीक्षित ने आगे कहा कि हमारे साथियों से बात नहीं की जा रही है, हमने कैंडल मार्च निकाला है, हम आगे भूख हड़ताल और आमरण अनशन पर भी बैठेंगे. ये कैंडल मार्च एम्स के डायरेक्टर ऑफिस से लेकर गेट नंबर एक तक निकाला गया, जिसमें तमाम डॉक्टर्स के हाथ में पोस्टर हाथों में कैंडल थे.
डॉक्टरों ने कहा कि आज साइलेंट कैंडल मार्च है. हम लगातार कोलकाता के अपने डॉक्टर साथियों से संपर्क में हैं और आगे हम उनके साथ मिलकर इस मार्च को आगे बढ़ाएंगे.