दिल्ली हज कमेटी की इस व्यवस्था का लाभ उठा यात्री बचा सकते हैं हजारों रुपये, जानें कैसे
दिल्ली हज कमेटी ने हज यात्रियों के लिए स्पेशल मेडिकल टेस्ट कैम्प की व्यवस्था की है. इस कैम्प में काफी सस्ती दर पर हज यात्री जरूरी जांच करवा सकते हैं. कैम्प में मौजूद डॉक्टरों से टेस्ट की रिपोर्ट को सर्टिफाईड भी कराया जा सकता है.
दिल्ली से हज के लिए जाने वाले यात्रियों को अब अस्पतालों में लंबी-लंबी लाइनों में लगकर और महंगी दरों पर अपनी जांच करवाने की आवश्यकता नहीं है.
दिल्ली हज कमेटी की अध्यक्षा कौसर जहां ने एबीपी लाईव से बातचीत में बताया कि हज पर जाने के लिए कुछ मेडीकल टेस्ट अनिवार्य होते है, जैसे की सीबीसी, केएफटी, रैंडम ब्लड शुगर, आदि समेत एक्स-रे होते हैं. प्राईवेट लैब में इन टेस्ट को करावने पर 1500 से दो हजार रुपये तक का खर्च आता है, लेकिन यही टेस्ट हज कमेटी के इस कैम्प में महज 500 रुपये में करवाया जा रहा है.
स्पेशल टेस्ट कैंप का मकसद हज यात्रियों को टेस्ट रिपोर्ट सर्टिफाई करवाने के लिए इधर-उधर न पड़े. इसके लिए कैंप में डॉक्टरों की टीम की भी उपलब्धता सुनिश्चित की गई है. जांच के बाद 3 से 4 घंटो में रिपोर्ट मिलने के बाद डॉक्टर से रिपोर्ट सर्टिफाई भी करवाया जा सकता है.
दिल्ली हज कमेटी ने पहली बार इस तरह का मेडिकल जांच शिविर लगाया है, जिसमें हज यात्रियों के लिए 500 रुपये में छह तरह की जांच उपलब्ध कराई जा रही है. यहां पर हज यात्री सीबीसी, केएफटी, ब्लड शुगर, चेस्ट एक्सरे और ईसीजी जैसी जांचें सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक करा सकते हैं. यात्र कैंप से मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट भी प्राप्त कर सकते हैं.
कौसर जहां ने बताया कि इस साल दिल्ली में कुल 4082 आवेदन हज के लिए प्राप्त हुए थे, जिसमें डिजिटलाइज्ड रैंडम सिलेक्शन के जरिए कुल 3016 व्यक्तियों का चयन हुआ और 1066 लोगों को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है.
दिल्ली के चयनित हज यात्रियों में बिना मेहरम के जाने वाली महिलाएं भी शामिल हैं, जिनकी संख्या पिछली बार की तुलना में इस बार ज्यादा है. कौसर जहां के मुताबिक हज यात्रा के लिए दिल्ली से पहली फ्लाइट 9 मई को उड़ान भरेगी. नॉर्थ इंडिया का सबसे बड़ा एम्बार्केशन पॉइंट होने की वजह से इस बार दिल्ली से 22 हजार हाजी यात्रा के लिए रवाना होंगे, जिन्हें दिल्ली हज कमेटी की तरफ से बेहतर से बेहतर सुविधा मुहैया करवाई जाएगी.