तबाही के वो 25 सेकेंड: लापरवाहियों की भेंट चढ़ा हरदा, 7 जिलों से बुलानी पड़ीं फायर ब्रिगेड
Firecracker Factory Blast: पटाखा फैक्ट्री में धमाके की तीव्रता ऐसी थी कि सिर्फ 25 सेकेंड बाद ही करीब आधा किलोमीटर दूर तक विस्फोट के छर्रे पहुंच गए थे.
धमाके की आवाज के चलते 200 मीटर दूर मौजूद घरों के टीन और छप्पर उड़ने लगे थे. लोग जान बचाने के लिए एक किलोमीटर तक भागे.
धमाके के बाद पूरी सड़क पत्थरों से पट गई और अधजली बाइकें खड़ी नजर आईं. माना जा रहा है कि लापरवाही के चलते हादसा हुआ.
हरदा की पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार (6 फरवरी) सुबह 11 बजे ब्लास्ट हुआ था. धमाके के बाद कई घरों में आग लग गई. 100 से ज्यादा घरों को खाली कराया गया.
आग बुझाने के लिए 7 जिलों की फायर ब्रिगेड बुलाई गईं. धमाके की खबर मिलते ही मध्य प्रदेश प्रशासन हरकत में आया. सीएम मोहन यादव ने आपात बैठक भी बुलाई.
दो एकड़ में फैली फैक्ट्री में सैकड़ों मजदूर पटाखा बनाने का काम कर रहे थे. 20 साल पहले तक हरदा का यह बैरागढ़ गांव एक ग्रामीण इलाका था.
नियम कहता है कि जहां पटाखा फैक्ट्री लगानी है उसके आगे या पीछे 100 मीटर के दायरे में कुछ नहीं होना चाहिए. बिजली सप्लाई के लिए हाइटेंशन तार, ट्रांसफार्मर के पास फैक्ट्री नहीं होनी चाहिए. मजदूरों के लिए स्पेशल ड्रेस और मास्क जैसे सुरक्षा के उपकरण होने चाहिए.
भारत में पटाखों का बाजार करीब 10 हजार करोड़ से ज्यादा का है, जबकि पूरी दुनिया में 2022 में ये 22 हजार करोड़ का था.
हरदा मामले में अब तक तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी हैं. इनमें राजेश अग्रवाल, सोमेश अग्रवाल और रफीक खान प्रमुख रूप से शामिल हैं. हादसे में घायल लोगों का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है. प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल जाना.
इस भीषण हादसे में करीब 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है.