Ashram Underpass: आखिर दो साल में भी क्यों नहीं बन पाया आश्रम अंडरपास? जानें इसके पीछे की वजह
दिल्ली के मथुरा रोड पर बन रहे आश्रम अंडरपास का निर्माण कार्य दो साल बीत जाने के बाद भी अब तक पूरा नहीं हुआ है. 78 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे 750 मीटर लंबे इस आश्रम अंडरपास की आधारशिला 24 दिसंबर 2019 को रखी गई थी, जिसका काम दिसंबर 2020 तक पूरा होना था लेकिन पिछले 2 सालों में वैश्विक महामारी के चलते इसका काम बीच में ही कई बार रोकना पड़ा और फिर समय सीमा को बढ़ाकर मार्च 2021 कर दिया गया.
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View In Appमथुरा रोड पर बन रहे इस आश्रम अंडरपास के निर्माण कार्य के चलते बदरपुर से निजामुद्दीन, दिल्ली, नोएडा, फरीदाबाद इलाकों से आने वाले लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. आश्रम चौक मथुरा रोड जो (रिंग रोड, लाजपत नगर, सराय काले खान और डीएनडी) को जोड़ता है. लेकिन निर्माण कार्य के चलते इस आश्रम चौक पर हर समय जाम की समस्या रहती है, जिसके कारण उसके आसपास के इलाके सिद्धार्थ एक्सटेंशन, कालिंदी कॉलोनी, अमर कॉलोनी, लाजपत नगर, आश्रम, किलोकरी गांव, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, नेहरू नगर, फ्रेंड्स कॉलोनी ईस्ट के इलाकों से आने वाले लाखों लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है.
इस समय सीमा में भी काम पूरा नहीं होने पर इसे जून 2021 और फिर अगस्त 2021 तक किया गया, बाद में सितंबर में बिजली की केबल बीच में आ जाने के कारण निर्माण कार्य में और देरी हुई, और फिर सितंबर के आखिरी सप्ताह में ड्राइंग में खामी का मामला भी सामने आया, जिसके बाद इसकी समय सीमा को एक बार फिर दिसंबर 2021 तक के लिए बढ़ाया गया, लेकिन दिसंबर 2021 तक भी आश्रम अंडर पास का काम पूरा नहीं हो सका, जिसके बाद पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने इसे फरवरी 2022 तक पूरा किए जाने को कहा था. लेकिन मौजूदा समय में भी इसका काम पूरा होता हुआ नहीं दिख रहा है.
अधिकारी भले ही दावा कर रहे हैं कि मार्च महीने के अंदर इस अंडरपास का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा, लेकिन ग्राउंड पर स्थिति को देखते हुए इसके आसार कुछ कम ही नजर आ रहे हैं, क्योंकि जगह-जगह कंस्ट्रक्शन को लेकर मलवा और सामान पड़ा हुआ है. जिसके चलते न केवल वाहनों से बल्कि पैदल चलने वाले लोगों को भी परेशानी हो रही है जगह-जगह टूटी सड़कें, मिट्टी के ढेर के चलते आश्रम चौक के पास वाहनों का लंबा जाम भी देखने को मिलता है, वहीं उड़ती हुई धूल सड़क के किनारे बनी दुकानें और स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ाई हुई है, जिसके चलते वायु प्रदूषण की समस्या भी देखने को मिलती है.
अधिकारियों की मानें तो 2019 में शुरू हुए निर्माण कार्य को 2020 में लॉकडउन के चलते रोकना पड़ा था, वहीं जब काम शुरू हुआ तो मजदूरों की कमी के चलते भी काम में तेजी नहीं आई, और निर्माण सामग्री मिलने में भी मुश्किलें देखने को मिली और कई बार माल सप्लाई करने वाले और विभाग के अधिकारी संक्रमित हो गए, इसके कारण भी निर्माण कार्य में काफी देरी हो गई.
एबीपी न्यूज़ ने जब आश्रम अंडरपास के निर्माण कार्य को लेकर पीडब्ल्यूडी अधिकारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि आश्रम का काम लगभग पूरा हो चुका है, केवल बरसाती मौसम से आश्रम में पानी न भरे इसके लिए उसे ऊपर से कवर करने का काम किया जा रहा है. केवल यही काम बचा है जिसको लेकर अधिकारियों ने कहा कि यह काम मार्च महीने के अंदर पूरा कर लिया जाएगा. वहीं काफी लंबे समय से इस अंडरपास का काम पूरा नहीं होने के चलते न केवल इस सड़क पर भारी जाम की समस्या देखने को मिल रही है बल्कि यहां रह रहे स्थानीय लोगों को भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
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