PHOTOS: रोशनी से जगमगा उठा गयाजी का विष्णुपद मंदिर, मनाई गई पितृ दीपावली, तस्वीरों में देखें आर्कषक रंगोली
गया में आयोजित पितृपक्ष मेला के दौरान त्रयोदशी के दिन शुक्रवार की शाम फल्गु नदी के किनारे पितृ दीपावली मनाई गई. विभिन्न राज्यों से पिंडदान करने आए लोगों ने अपने–अपने पितरों के नाम सैकड़ों दीप जलाए.
मिट्टी के दिए में घी का दीप जलाया गया. श्री विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष शंभू लाल बिट्ठल ने बताया कि शास्त्रों में पितरों के नाम दीप दान वर्णित है.
गयाजी में भगवान विष्णु पितृ देव के रूप में विराजमान रहते हैं, ऐसा माना जाता है कि इस दिन घी का दीप दान करने से पितरों के लिए स्वर्ग का मार्ग प्रकाशमय हो जाता है.
पितृपक्ष के त्रयोदशी के दिन पितरों के अंधकार से निवारण के लिए यमलोक में यम द्वारा अधंकार न रहे, इसके लिए दीप जलाकर अपने पूर्वजों की प्रकाशमय से मोक्ष प्राप्त कर स्वर्ग लोग जाते हैं. पितृ प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं.
कई राज्यों से आए तीर्थयात्रियों ने दीपों से आकर्षक रंगोली बनाई है. इसके साथ ही बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों ने फल्गु नदी में दीप दान कर प्रवाहित किया. पितृ दीपावली मनाने के बाद विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में भगवान विष्णु का चरण दर्शन किया गया.
पितृ दीपावली में चारों ओर दीप ही दीप दिखाई दिया. कहीं पितरों के फोटो को रखकर उनके चारों ओर दीप जलाए गए. तो कहीं स्वास्तिक बनाकर पूजा अर्चना की गई.
पिंडदान के कर्मकांडो को पूरा करने के बाद पितृ दीपावली में शामिल होकर पितरों के लिए दीप दान किया. इस दौरान फल्गु नदी के किनारे देवघाट घी के दिए से पूरा जगमग हो उठा.
पितृपक्ष मेला 21 सितंबर तक चलेगा. काफी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं. उत्साह का माहौल है. त्रयोदशी के दिन पितृ दिवाली काफी धूमधाम से मनाई गई.