शिखर की अजब-गजब ट्रेनिंग !
टीम इंडिया के कैंप में दिलचस्प नजारा दिखा जब शिखर धवन प्रैक्टिस के लिए उतरे. कोच कुंबले ने शिखर को तैयार कराने के लिए एक अलग स्टाइल अपनाया.
जब शिखर धवन बल्लेबाजी की प्रैक्टिस करने आए तो उनके बल्ले से लगातार एज निकल रहे थे, असली खेल में एज निकलने का मतलब है विकेट गंवाना. इसी से उबरने के लिए कोच अनिल कुंबले ने शिखर धवन को शैडो प्रैक्टिस करवाई.
यानी बॉल तो आएगी लेकिन हाथ में बल्ला नहीं होगा. प्रैक्टिस के दौरान शिखर धवन के हाथ में कोई बल्ला नहीं था. हालांकि सावधानी के लिए बॉल लेदर की नहीं बल्कि टेनिस बॉल उनकी तरफ फेंकी गईं और शिखर धवन के सामने लक्ष्य था इन बॉलों को देखना और उनसे बचना बिना स्ट्रोक खेले.
एक के बाद शिखर की तरफ इम्तिहान उछाले गए ये प्रैक्टिस तेज पिचों पर पास से निकलते गेंदों को छोड़ने की ये प्रैक्टिस है रिफ्लेक्स एक्शन सुधारने की.
इसके बाद टेनिस गेंदों का सामने करने के लिए शिखर के हाथ में बल्ला दिया गया और फिर शिखर ने बॉल की लाइन पर आकर खेले अपने स्ट्रोक.
तैयारी इस बात की है कि टेस्ट में हर गेंद पर सिर्फ शॉट खेलने के लिए उतावले ना रहें शिखर बल्कि सहीं गेंद चुन कर स्ट्रोक खेलें और लंबा स्कोर करें.