2009 में हुआ डेब्यू लेकिन 2005 में क्रिकेट छोड़ना चाहता था टीम इंडिया का ये स्टार!
कप्तान धोनी के सबसे चहेते और मौजूदा टीम इंडिया के सबसे बड़े ऑल-राउंडर ने खुद एक चौंकाने वाला खुलासा किया है.
जी हां टीम इंडिया और गुजरात लायंस के स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट के सबसे पॉपुलर चेहरों में से एक हैं और हाल ही में वो शादी के बंधन में बंधे हैं जिसकी वजह से वो आईपीएल में अपनी टीम गुजरात लॉयन्स के पिछले मैच से भी नदारद रहे.
अब आपको बताते हैं कि जडेजा ने क्या खुलासा किया है. साल 2009 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने वाले जडेजा ने 2005 में ही क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना लिया था.(आगे जानें आखिर क्यों?)
स्टार जडेजा के पिता वॉचमैन का काम किया करते थे। साल 2005 में एक दुर्घटना के दौरान उनकी मां का निधन हो गया जिस वजह से उन्हें थोड़े समय के लिए क्रिकेट से दूर रहना पडा और तब उन्होनें क्रिकेट से अलग होने का मन बना लिया. जिसके बाद उनके परिवार और दोस्तों ने उन्हें क्रिकेट ना छोड़ने की सलाह दी.
अगर जडेजा टीम इंडिया में नहीं होते तो फिर 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी में भारत को मुश्किल होती क्योंकि उस टूर्नामेंट में जडेजा 12 विकेटों के साथ सबसे ज्यादा विकेट लेने गेंदबाज़ थे.
जिसके 4 साल बाद टीम इंडिया में डेब्यू करने वाले जडेजा ने वनडे, टी20 और टेस्ट तीनों में फॉर्मेट में अपना जलवा दिखाया. जडेजा ने अपने करियर में 16 टेस्ट, 126 वनडे और 37 टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं.