एमएस धोनी के ये 5 रिकॉर्ड्स जो शायद कभी नहीं टूट पाएंगे
ICC ODI रैंकिंग में नंबर 1 स्थान प्राप्त करने वाला सबसे तेज खिलाड़ी. 42 पारियों के अंत में, एमएस धोनी पहले ही एकदिवसीय बल्लेबाजों की रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर पहुंच गए थे, इस प्रकार वह ऐसा करने वाले सबसे तेज खिलाड़ी बन गए.
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. धोनी ने आधिकारिक सोशल मीडिया के जरिए संन्यास की घोषणा की है. उन्होंने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें बैकग्राउंड में मुकेश का गाया हुआ गाना, 'मैं पल दो पल का शायर हूं...' बज रहा है. धोनी ने इस गाने के साथ ही इंटरनैशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है.
कप्तान के रूप में अधिकांश अंतर्राष्ट्रीय मैच. कप्तान के रूप में अपने 10 साल के कार्यकाल में, धोनी ने 331 मैचों में टीम का नेतृत्व किया, जिसमें उन्होंने 178 मैचों में जीत हासिल की, जिसमें जीत का प्रतिशत 53.61 रहा. रिकी पोंटिंग 324 मैचों के साथ अगले नंबर पर हैं.
6 WT20s में एक टीम का नेतृत्व करने वाले इकलौते खिलाड़ी. इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए कम से कम 10-12 साल के लिए कप्तान होना जरूरी है और इस तरह इसे तोड़ना एक मुश्किल रिकॉर्ड है.
इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा स्टंपिंग. एमएस धोनी की स्टंपिंग स्पीड लगभग 0.06-0.09 सेकंड है जो ऐसा करने के लिए कुछ पागल क्षमता की जरूरत होती है. वह वर्तमान में सबसे अधिक स्टंपिंग के रिकॉर्ड पर अपना नाम दर्ज करवा चुके हैं.
अपने लंबे करियर में, एमएस धोनी ने कई रिकॉर्ड बनाए और उनमें से 5 रिकॉर्ड्स ऐसे हैं जो समय की कसौटी पर हमेशा खरे होंगे.
दुनिया के सबसे सफल कप्तान के रूप में रांची से स्थानीय इलाके से आनेवाले एमएस धोनी की यात्रा अधिकांश लोगों के लिए एक प्रेरणा है. अपनी यात्रा को और भी खास बनाने के लिए उन्होंने कई बार इतिहास की किताबों में अपना नाम दर्ज कराया है.
अपने कार्यकाल में धोनी ने सभी 3 आईसीसी ट्रॉफी अपने नाम की जो क्रिकेट के इतिहास में कोई अन्य कप्तान नहीं कर सका है: 2007 में टी 20 विश्व कप, 2011 में एकदिवसीय विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी.