Nuclear Weapon Country: किन देशों के पास हैं दुनिया के सबसे शक्तिशाली परमाणु बम, जानें
रूस ने साल 1961 में जार बॉम्बा (AN602) न्यूक्लियर बम का परीक्षण किया था. उन्होंने इसे आर्कटिक क्षेत्र में एक दूर दराज के द्वीप पर टीयू-95 एम विमान से 10 किमी. की ऊंचाई पर गिराया था. इस बम की हाइट 8 मीटर थी. इसकी क्षमता 58 मेगाटन से अधिक थी.
अमेरिका ने साल 1954 में कैसल प्रोजेक्ट के तहत परमाणु बम के कई परीक्षण किए थे. इस दौरान ही उन्होंने दुनिया के पांचवें सबसे शक्तिशाली परमाणु बम कैसल रोमियो का परीक्षण किया था. ये 11 मेगाटन का है.
भारत के पास मौजूदा वक्त में कुल 164 न्यूक्लियर वेपन हैं. हालांकि,भारत ने कभी भी अपने परमाणु भंडार के आकार का खुलासा नहीं किया है.
आज पूरी दुनिया में पाकिस्तान में कुल मिलाकर 170 न्यूक्लियर वेपन है, जिनमें से गौरी और शाहीन सबसे शक्तिशाली माने जाते हैं. इनकी मारक क्षमता 900 से 2700 किलोमीटर है.
दुनिया में कई सारे न्यूक्लियर हथियार है, लेकिन कैसल ब्रावो दुनिया के दूसरे सबसे शक्तिशाली परमाणु बम के तौर पर माना जाता था. इसका कुल वजन है 10 टन था. इसकी लंबाई 5 मीटर थी और आकार बेलनाकार था. अमेरिका ने इस बम का परीक्षण मार्च 1954 में बिकनी एटोल के क्षेत्र में किया गया था. इससे 15 मेगाटन की ऊर्जा निकली थी.
किम जोंग के देश नॉर्थ कोरिया के पास भी न्यूक्लियर वेपन की भरमार है. एक रिपोर्ट के मुताबिक इस वक्त नॉर्थ कोरिया के पास 30 न्यूक्लियर वेपन है. इसके अलावा उसके पास और 40-50 न्यूक्लियर वेपन तैयार करने लायक सामान मौजूद है.
दुनिया का तीसरा सबसे शक्तिशाली परमाणु कैसल यांकी है. अमेरिका ने इस बम को भी कैसल प्रोजेक्ट के तहत ही तैयार किया था , इसके बाद इसे टेस्ट किया गया था. इसकी विस्फोट की शक्ति 13 मेगाटन से ज्यादा थी.
अमेरिका का आइवी माइक थर्मोन्यूक्लियर फ्यूजन के सिद्धांत पर आधारित दुनिया का पहला न्यूक्लियर बम था. इसकी क्षमता 12 मेगाटन टन थी. इसके टेस्ट के दौरान 7 किमी ऊंचा एक बड़ा न्यूक्लियर मशरूम पैदा हुआ था.