Last day of Earth: कब होगा धरती का आखिरी दिन, कैसे होगा खात्मा, क्या तब तक रहेगा इंसानों अस्तित्व? जानें सबकुछ
एक बात हमारी धरती के लिए भी सच है कि, जिस प्रकार धरती का निर्माण हुआ उसी प्रकार इसका अंत होगा. पर क्या आपने कभी सोचा है कि वो दिन कब आएगा?
एस्ट्रोनॉमी वेबसाइट और बीबीसी साइंस फोकस के अनुसार धरती का अंत कई तरह से हो सकता है. कोई बड़ा उल्का पिंड धरती से टकरा जाएगा या फिर धरती पर मौजूद ऑक्सीजन खत्म हो जाए.
धरती के खत्म होने का एक और कारण सूरज भी हो सकती है. ऐसी आशंका है कि सूरज ब्लैक होल में तब्दील हो जाएगा और धरती उसमे समा जाएगी.
हालांकि, ऐसा माना जाता है कि धरती अगले कई करोड़ साल तक खत्म नहीं होगी.ऐसे में इंसानों का अस्तित्व फिलहाल तो नहीं खत्म होने वाला है. अभी भी धरती के अंत के लिए बिलियन साल हैं. अंत को लेकर अलग-अलग तरह के दावे किए जाते हैं.
एस्ट्रोनॉमी डॉट कॉम के मुताबिक एक दावा ये भी है कि 66 मिलियन वर्ष पहले एक शहर के आकार का एस्टेरॉयड मैक्सिको की खाड़ी से टकराया, तो डायनासोर के साथ-साथ उस समय पृथ्वी पर मौजूद अधिकांश प्रजातियों का खात्मा हो गया था.
भविष्य में धरती से टकराने वाला एस्टेरॉयड यहां मौजूद हर व्यक्ति को आसानी से उड़ा सकता है. हालांकि, ऐसा निकट भविष्य में होने की संभावना नहीं है.
नासा के अनुसार ब्रह्मांडीय प्रभावों के भूवैज्ञानिक रिकॉर्ड के आधार पर पृथ्वी लगभग हर 100 मिलियन वर्ष में एक बड़े एस्टेरॉयड से टकराती है. हालांकि, छोटे एस्टेरॉयड का प्रभाव हर समय होता रहते हैं.
पृथ्वी पर सभी जीवन को नष्ट करने के लिए एक ऐसे प्रभाव की आवश्यकता होगी जो सचमुच महासागरों को उबाल दे. इसके लिए केवल पल्लास और वेस्टा जैसे एस्टेरॉयड के टकराने से होगा, जो सौर मंडल के सबसे बड़े एस्टेरॉयड माने जाते हैं.