B-2 बॉम्बर ही नहीं, ईरान में एयरस्ट्राइक के लिए अमेरिका ने किया था इन हथियारों का इस्तेमाल; जानें खासियत
अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर जोरदार हमले को अंजाम देने और ईरानी एयर डिफेंस को मात देने के लिए AGM-88E एडवांस्ड एंटी-रेडिएशन गाइडेड मिसाइल का इस्तेमाल किया. इस मिसाइल की खासियत यह है कि यह हवा से जमीन में आसानी से अपने टार्गेट को खत्म कर सकती है. इसकी गति 2 मैक की होती है.
अमेरिका ने AGM-88E के अलावा ADM-160 को भी ईरान ने दागने के लिए तैनात किया था. यह एक बेहद कम लागत वाला मॉड्यूलर एयर लॉन्य विमान है. जो दुश्मनों के रडार पर अमेरिकी विमान की तरह दिखता है.
AGM-158 लॉकहीड मार्टिन का बनाया एक स्टील्थ क्रूज मिसाइल है. इस अमेरिकी ऑपेरशन मिडनाइट हैमर के दौरान बैकअल वेमेन के तौर पर रखा गया था. इस क्रूज मिसाइल में 1,000 पाउंड का विस्फोटक विखंडन है, जो 926 किमी दूर के लक्ष्य पर भी आसानी से हमला कर सकता है.
JSOW रेथियॉन का बनाया गया एक कई वेरिएंट वाले हथियार प्रणाली का एक हिस्सा है. इस हथियार को अमेरिका की नौसेना और वायु सेना ने संयुक्त रूप से विकसित किया था.
अमेरिका के हथियारों ने लिस्ट में ग्रोलर F/A-18 सुपर हॉर्नेट का एक प्रकार का फाइटर जेट है. ग्रोलर ने इस मिशन के तहत अपने उड़ान के दौरान लगातार जामिंग की और बी-2 बॉम्बर विमानों के लिए उड़ान का रास्ता साथ किया. इस विमान ने दुश्मन के रडार को जाम कर दिया था.