UP Female Leaders: अनुप्रिया पटेल से आराधना मिश्रा तक, यूपी में पिता की राजनीतिक विरासत संभाल रहीं ये बेटियां
रीता बहुगुणा जोशी बड़ी नेता हैं. पहले वह कांग्रेस में थीं. अब बीजेपी में हैं. रीता बहुगुणा प्रयागराज से बीजेपी की सांसद हैं. इनके पिता हेमवंती नंदन बहुगुणा भी इसी सीट से सांसद रहे थे. अमिताभ बच्चन ने उन्हें हराया था. अब अपने पिता की राजनीतिक विरासत को रीता आगे बढ़ा रही हैं.
अनुप्रिया पटेल नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री हैं. अनुप्रिया पटेल के पिता सोनेलाल पटेल यूपी के चर्चित नेता थे. उन्होंने ही अपना दल की स्थापना की थी. साल 2009 में सोनेलाल पटेल के निधन के बाद उनकी राजनीतिक विरासत को अनुप्रिया बखूबी संभाल रही हैं.
अखिलेश सिंह रायबरेली सदर से 5 बार विधायक रहे. यूपी की राजनीति में अखिलेश सिंह का अच्छा खासा दबदबा था. सोनिया गांधी के साथ भी उनके बढ़िया संबंध रहे. अखिलेश सिंह के निधन के बाद उनकी राजनीतिक विरासत को उनकी बेटी अदिति सिंह आगे बढ़ा रही हैं. 2017 में अदिति अपने रायबरेली सदर से विधायक बनी थीं.
रत्ना सिंह प्रतापगढ़ से लोकसभा सांसद रही हैं. उनके पिता दिनेश सिंह इंदिरा गांधी और नरसिम्हा राव की सरकार में विदेश मंत्री रहे थे. गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले दिनेश सिंह का साल 1995 में देहांत हो गया था. उनके निधन के बाद बेटी रत्ना सिंह राजनीति में आईं और उनकी विरासत को आगे बढ़ाया.
आराधना मिश्रा यूपी कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रमोद तिवारी की बेटी हैं. प्रमोद तिवारी प्रतापगढ़ के रामपुर खास विधानसभा सीट से 9 बार एमएलए रहे. अब इसी सीट से उनकी बेटी आराधना विधायक हैं. आराधना ने पिता की राजनीति को बहुत अच्छे तरीके से आगे बढ़ाया है.