यूपी उपचुनाव में कैसे अखिलेश यादव को चित्त करेगी बीजेपी? 10 सीटों पर 16 मंत्री तैनात, बीएल संतोष तैयार कर रहे चक्रव्यूह
लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश के अंदर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को करारा झटका लगा, जिसके बाद पार्टी अलर्ट हो चुकी है. हालांकि अभी उपचुनाव की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने नहीं किया है लेकिन पार्टी ने इसकी तैयारियां अभी शुर कर दी हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों की इन सभी सीटों पर तैनाती कर दी है.
उधर, बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष इस उपचुनाव की तैयारियों का जायजा लेंगे. इसके साथ ही इन 10 सीटों पर जिन मंत्रियों की ड्यूटी लगाई गई है उनसे ग्राउंड रिपोर्ट मांगी गई है जिसके बाद पार्टी एक फाइनल रिपोर्ट तैयार करके हाईकमान को सौंपेगी.
जिन सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें 2022 के विधानसभा चुनाव में 5 सीटें समाजवादी पार्टी, तीन सीटें भारतीय जनता पार्टी, एक निषाद पार्टी और एक सीट राष्ट्रीय लोकदल ने जीती थी.
दरअसल, इस उपचुनाव को बीजेपी 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एक प्रैक्टिस मैच के तौर पर देख रही है और ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की कोशिशों में लगी है. जिसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने 16 मंत्रियों की फौज लगा दी है.
उत्तर प्रदेश के अंदर 9 विधायक सांसद बन गए हैं और समाजवादी पार्टी के एक विधायक इरफान सोलंकी की सदस्यता चली गई जिसकी वजह से कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है. इरफान सोलंकी को सात साल की सजा सुनाई गई है.
जिन मंत्रियों को इन 10 सीटों की जिम्मेदारी दी गई है उनमें करहल में जयवीर सिंह, मिल्कीपुर में सूर्य प्रताप शाही और मयंकेश्वर शरण सिंह, कटेहरी में स्वतंत्र देव सिंह और आशीष पटेल, सीसामऊ में सुरेश खन्ना और संजय निषाद.
फूलपुर में दया शंकर सिंह और राकेश सचान, मझवां में अनिल राजभर, गाजियाबाद सदर में सुनील शर्मा, मीरापुर में अनिल कुमार और सोमेंद्र तोमर, खैर में लक्ष्मी नारायण चौधरी और कुंदकरी में धर्मपाल सिंह और जेपीएस राठौर शामिल हैं.