कश्मीर में आज से होगी Tulip Festival की शुरुआत, कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच एक लाख पर्यटकों के आने की उम्मीद
हसीन पहाड़ों के बीच कश्मीर में 3 अप्रैल से ट्यूलिप फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. कश्मीर टूरिज्म बोर्ड की ओर से हर साल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए ट्यूलिप फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है.
उपराज्यपाल के सलाहकार बसीर खान ने श्रीनगर में ट्यूलिप फेस्टिवल के आयोजन को लेकर हो रही तैयारियों की समीक्षा की है. इस दौरान उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं. इन निर्देशों में आने वाले सभी लोगों और पर्यटकों पर कोरोना प्रोटोकॉल के पालन करने पर ज़ोर दिया गया है.
कश्मीर टूरिज्म बोर्ड का अनुमान है कि इस बार तकरीबन एक लाख से ज्यादा पर्यटक ट्यूलिप फेस्टिवल का लुत्फ उठाएंगे. वहीं लगातार बढ़ रहा कोरोना का संक्रमण भी प्रशासन के लिए सरदर्द बना हुआ है.
कश्मीर में ट्यूलिप फेस्टिवल का आयोजन एशिया के सबसे बड़े गार्डन ट्यूलिप गार्डन में किया जाएगा. यहां पर 46 किस्म के ट्यूलिप का प्रदर्शन पर्यटकों के लिए किया जाएगा. ट्यूलिप फेस्टिवल का आयोजन 3-8 अप्रैल के बीच होगा.
पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों ने लद्दाख की तरह कश्मीर आने वाले लोगों का हवाई सफर से पहले RT-PCR टेस्ट अनिवार्य करने की मांग की है. वहीं प्रशासन इस पर अभी तक खामोश है.
जम्मू-कश्मीर के उपराजयपाल मनोज सिन्हा पहाड़ों की वादियों में ट्यूलिप फेस्टिवल का उद्धघाटन करेंगे. इस फेस्टिवल में विभिन विभागों और निजी कारोबारियों के 25 स्टॉल लगाए जाएंगे.
ट्यूलिप फेस्टिवल के साथ ही लगने वाले स्टॉल में पर्यटकों को कश्मीर की संस्कृति, हस्तकला, परंपरा, खान पान और शिल्प कला को पास से जानने का मौका मिलेगा.
हर साल की तरह ही गर्मियों की शुरुआत के साथ ही कश्मीर में ट्यूलिप फेस्टिवल की भी शुरुआत होती है. जो खासतौर पर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है. वहीं ट्यूलिप फेस्टिवल में पर्यटकों के भारी संख्या में पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है.
फिलहाल कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते कश्मीर घाटी में एक दर्जन स्कूल बंद कर दिए गए हैं. वहीं कश्मीर यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (NIT SRINAGAR) और सेंट्रल यूनिवर्सिटी को भी बंद करके छात्रों को हॉस्टल खाली करने का आदेश दिया गया है. इस बीच ट्यूलिप फेस्टिवल का आयोजन कोरोना संक्रमण को बढ़ावा देने जैसा ही है.