Sunehri Bagh Masjid Demolition: सुनहरी बाग मस्जिद हटाएं या नहीं? NDMC ने पूछा सवाल तो पब्लिक ने पढ़ा दिया इतिहास का पाठ, आए ऐसे रिएक्शंस
दिल्ली के सुनहरी बाग इलाके में स्थित मस्जिद को हटाने के लिए नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) ने लोगों से सुझाव मांगा है. एनडीएमसी ने रविवार को एक नोटिफिकेशन जारी किया था, जिसके तहत लोगों को 1 जनवरी तक अपने सुझाव पेश करने हैं.
NDMC के नोटिफिकेशन जारी करने के बाद 300 सुझाव मेल के जरिए सामने आए, जिसमें अधिकतर सुझाव मस्जिद को हटाने के विरोध में थे. अधिकारियों का कहना है कि मस्जिद से एरिया में जाम लगा रहता है.
सुनहरी बाग मस्जिद के इमाम अब्दुल अजीज ने अधिकारियों के जाम लगने के दावे का विरोध किया और कहा कि एनडीएमसी के साथ बैठक करेंगे. किशनगंज के एमपी डॉक्टर मोहम्मद जावेद ने एनडीएमसी के नोटिफिकेशन का विरोध करते हुए कहा कि मैं सुनहरी मस्जिद के प्रस्तावित डिमोलिशन के खिलाफ आवाज उठाता हूं.
इतिहासकार राणा सफवी का कहना है कि इस मस्जिद में भारतीय स्वतंत्रता सेनानी मौलाना हसरत मोहानी संसद सत्र के दौरान रहते थे. हसरत मोहानी वही थे जिन्होंने इंकलाब जिंदाबाद का नारा दिया था. सुनहरी बाग मस्जिद के साथ इतिहास की कई यादें जुड़ी हुई हैं, इसलिए ये मस्जिद नहीं हटाई जानी चाहिए.
लेखक और इतिहासकार सोहेल हाशमी ने भी मस्जिद हटाने के विरोध में आवाज उठाई और कहा कि यह मस्जिद स्वतंत्रता सेनानियों का घर रह चुकी है, जिनमें सैयद फजल-उल-हसन उर्फ हसरत मोहानी का नाम शामिल है.