2385 KM/h की स्पीड, 13 खतरनाक मिसाइलें... कुछ ऐसा होगा DRDO का नया फाइटर जेट, दुश्मनों को कर देगा नेस्तनाबूद
डीआरडीओ प्रमुख, भारतीय वायुसेना के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ, डीआरडीओ लेबोरेटरी, डिफेंस पीएसयू, CEMILAC, NFTC के अधिकारियों के बीच भारत के स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान (LCA) के आधुनिक और नए वैरिएंट MK-2 को लेकर बैठक हुई थी.
इस मीटिंग में LCA MK-2 यानी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट मार्क 2 को लेकर के डेवलपमेंट पर बातचीत की गई. उम्मीद की जा रही है कि इस फाइटर जेट की पहली उड़ान 2026 में हो सकती है.
इस मीटिंग से ये जानकारी सामने आई है कि आने वाले दो महीन में इसका पहला प्रोटोटाइप बन कर तैयार हो जाएगा. साल 2025 से इसका रोल आउट शुरू हो जाएगा. यह LCA यानी तेजस से अपग्रेड होगा.
उड़ाने के दौरान इसकी हैंडलिंग काफी आसान होगी. इस फाइटर जेट में शानदार एवियोनिक सुईट्स, बेहतर सेंसर और ज्यादा ताकतवर इंजन होगा.
वायुसेना को जैसे ही ये फाइटर जेट मिल जाएगा, वो जगुआर, मिराज 2000, MiG-29 एयरक्राफ्ट्स को हटा देगी.
ये एक स्वदेशी मल्टीरोल सुपरसोनिक फाइटर जेट होगा, जिसमे एक से दो लोग बैठक पाएंगे. इसकी लंबाई 47.11 फीट और ऊंचाई 15.11 फीट होगी. ये उड़ान के समय 6500 kg वजन के हथियार लेकर उड़ सकेगा.
रफ्तार के मामले में ये सर्वश्रेष्ठ फाइटर जेट्स की गति को टक्कर देगा. इसकी अधिकतम रफ्तार 2385 km/घंटा होगी. इसकी रेंज कुल 2500 km और कॉम्बैट रेंज 1500 km होगी.
इसमें कई खतरनाक मिसाइलों को लगाया जाएगा. इसमें MICA, ASRAAM, Meteor, Astra, NG-CCM, हवा से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस-NG ALCM, LRLACM, स्टॉर्म शैडो, क्रिस्टल मेज प्रमुख हैं.