भारत को Su-75 चेकमेट लड़ाकू विमान बेचना चाहता है रूस, लेकिन पीछे हट रही IAF, जानें वजह
रूस इस समय भारत को मिग-29 लड़ाकू विमानों के बेड़े की जगह Su-75 चेकमेट लाइट टेक्निकल फाइटर बेचना चाहता है.
भारतीय वायु सेना ने Su-75 चेकमेट लाइट टैक्टिकल फाइटर प्लेन को लेकर सहज नजर नहीं आ रही है.
रूस ने पहली बार चेकमेट मॉडल का प्रदर्शन 2021 में किया था. तब उम्मीद की जा रही थी कि भारत भी उनकी परियोजना में दिलचस्पी ले सकता है.
डिफेंस मीडिया आउटलेट IDRW ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि इस विमान की उड़ान को कई बार रद्द किया गया है. 2026-2027 तक इसकी उम्मीद भी नहीं हैं.
मोदी सरकार ने एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट कार्यक्रम के तहत अपनी 5वीं पीढ़ी की लड़ाकू परियोजना को मंजूरी दे दी है.
इस परियोजना में 2029 तक पांच प्रोटोटाइप का निर्माण किया हैगा. इसके बाद से माना जा रहा है कि भारत रूस की परियोजना से अलग होना चाहता है.
बिजनेस इनसाइडर के लिए एक लेख में सेंटर फॉर सिक्योरिटी पॉलिसी की एक विश्लेषक माया कार्लिन ने रूस की इस परियोजना को Limping Program कहा था.
संयुक्त अरब अमीरात भी रूस की इस परियोजना से हट गया है और रूस के सामने फंडिंग को लेकर आगे समस्या कड़ी हो सकती है.