Droupadi Murmu Suriname Visit: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मिला सूरीनाम का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, मंदिर का भी किया दौरा
पुरस्कार स्वीकार करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने राष्ट्रपति संतोखी और सूरीनाम की सरकार का इस सम्मान के लिए शुक्रिया अदा किया. उन्होंने सूरीनाम के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किए जाने के बाद ट्वीट किया, ‘‘यह सम्मान न केवल मेरे लिए बल्कि भारत के उन 1.4 अरब लोगों के लिए भी बेहद मायने रखता है जिनका मैं प्रतिनिधित्व करती हूं.''
विदेश मंत्रालय ने भी राष्ट्रपति को सम्मानित किए जाने की जानकारी दी. मंत्रालय के आधिकारिक खाते से ट्वीट किया गया, ‘‘ भारत-सूरीनाम के गहरे संबंधों का सम्मान. सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी ने उनके देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार 'ग्रैंड ऑर्डर ऑफ द चेन ऑफ द येलो स्टार' से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सम्मानित किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति मुर्मू को सूरीनाम के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजे जाने पर उन्हें बधाई दी और कहा कि यह विशेष भाव दोनों देशों के बीच स्थायी मित्रता का प्रतीक है. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ सूरीनाम के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘ग्रैंड ऑर्डर ऑफ द चेन ऑफ द येलो स्टार’ से सम्मानित किए जाने पर राष्ट्रपति मुर्मू को बधाई. सूरीनाम की सरकार और लोगों का यह विशेष भाव दोनों देशों के बीच स्थायी मित्रता का प्रतीक है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सूरीनाम के अपने समकक्ष चंद्रिकाप्रसाद संतोखी से मुलाकात कर रक्षा, कृषि, सूचना-प्रौद्योगिकी और क्षमता निर्माण सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की थी.
बता दें कि 452 भारतीय मजदूरों को लेकर पहला जहाज पांच जून, 1873 को सूरीनाम की राजधानी पारामारिबो पहुंचा था. इस जहाज पर सवार ज्यादातर मजदूर पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले थे. इस साल सूरीनाम में भारतीयों के आगमन की 150वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है.
प्रेसिडेंट मुर्मू ने बताया कि इसी बीच वो पारामारिबो के लाला रूखी म्यूजियम पहुंची हैं. इसी के साथ उन्होंने यहां के श्री विष्णु मंगिर में भी पूजा की.