Donyi Polo Airport: अरुणाचल को मिला पहला हवाईअड्डा, पीएम मोदी ने किया डोनी पोलो एयरपोर्ट का उद्घाटन, जानें खासियतें
PM Modi inaugurates Donyi Polo Airport: अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) की राजधानी ईटानगर (Itanagar) से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर होलोंगी स्थित यह हवाई अड्डा इस सीमावर्ती राज्य को वाणिज्यिक उड़ानों के जरिये देश के अन्य शहरों के साथ और अरुणाचल प्रदेश के अन्य हिस्सों को हेलीकॉप्टर सेवाओं के माध्यम से जोड़ेगा.
हवाई अड्डे की आधारशिला पीएम मोदी ने फरवरी 2019 में रखी थी. प्रधानमंत्री मोदी ने अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले में 600 मेगावाट की कामेंग जलविद्युत परियोजना को भी राष्ट्र को समर्पित किया. कामेंग जलविद्युत परियोजना को 80 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में 8,450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है.
पीएम मोदी ने हवाईअड्डे पर एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘संपर्क और ऊर्जा बुनियादी ढांचा पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए विकास की एक नई सुबह लाएगा.’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार देश के विकास के लिए 365 दिन, सातों दिन और 24 घंटे काम करती है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन परियोजनाओं का उद्घाटन करता हूं, जिनकी आधारशिला मेरी ओर से रखी गई है. बेपरवाह रवैये के दिन गए.’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘राजनीतिक टिप्पणी करने वालों ने (2019 में) दावा किया था कि हवाईअड्डे की आधारशिला रखना एक चुनावी हथकंडा है. हालांकि, आज जब कोई चुनाव नहीं होना है तो हम इस हवाई अड्डे की शुरुआत कर रहे हैं.’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लंबे समय से पूर्वोत्तर की उपेक्षा की जाती रही है जबकि विकास के मामले में आज इस क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है. उन्होंने कहा कि पहले सीमावर्ती इलाकों की बस्तियों को ‘आखिरी गांव’ माना जाता था लेकिन अब उन्हें ‘पहला गांव’ माना जाता है.
पीएम ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में पूर्वोत्तर में सात हवाई अड्डे बनाए गए हैं. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता मिलती है, चाहे वह पर्यटन हो या व्यापार, दूरसंचार या कपड़ा.
अधिकारियों का अनुमान है कि यह हवाईअड्डा क्षेत्र के करीब 20 लाख लोगों की जरूरतों को पूरा करेगा और संपर्क, व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद करेगा.
पीएम मोदी ने केंद्र सरकार की क्षेत्रीय संपर्क योजना ‘उड़ान’ पर एक कॉफी-टेबल बुक का विमोचन भी किया.
इस मौके पर अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, राज्यपाल ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) डॉ. बीडी मिश्रा और केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू भी मौजूद रहे.
सीएम खांडू ने अपने संबोधन में कहा कि हवाईअड्डे का नामकरण अरुणाचल प्रदेश के लोगों की सूर्य (डोनी) और चंद्रमा (पोलो) के प्रति श्रद्धा को दर्शाता है.
अधिकारियों ने कहा कि डोनी पोलो हवाईअड्डे को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की ओर से 645 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से विकसित किया गया है और इसमें आठ चेक-इन काउंटर होंगे जो व्यस्त समय के दौरान 200 यात्री समायोजित कर सकते हैं.
इससे पहले देश के सबसे पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश में कोई हवाईअड्डा नहीं था. निकटतम हवाई अड्डा 80 किलोमीटर दूर असम के उत्तरी लखीमपुर जिले में लीलाबाड़ी हवाई अड्डा है. हालांकि, राज्य में पासीघाट और तेजू सहित कुछ उन्नत लैंडिंग ग्राउंड हैं.
सीएम खांडू ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि केंद्र ने 2,500 किलोमीटर की सड़क के निर्माण के लिए 40,000 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है.