India-China Conflict: भारत चीन सीमा विवाद के बीच रक्षा सचिव ने तस्वीर खिंचवाई जहां सैनिकों ने की थी फतेह, देखें तस्वीरें
रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने ठीक उसी जगह सैनिकों के साथ तस्वीर खिंचवाई, जहां तिरंगा लगाकर भारत ने गलवान घाटी पर अपना वर्चस्व कायम किया है. इस महीने की एक तारीख को अरमाने ने रक्षा सचिव का पदभार संभाला था.
भारतीय सेना के मुताबिक रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने इन दिनों लेह-लद्दाख के दौरे पर हैं. रक्षा सचिव बनने के बाद उनका ये पहला दौरा है. गुरुवार को लेह पहुंचकर अरमाने ने सेना की फायर एंड फ्यूरी कोर (14वीं कोर) के मुख्यालय का दौरा किया.
इस दौरान 14वीं कोर के कमांडर ने उन्हें ऑपरेशनल और लॉजिस्टिक पहलुओं की जानकारी दी. बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन यानी बीआरओ के हिमांक और विजयक प्रोजेक्ट्स के चीफ इंजीनियर्स ने उन्हें लद्दाख में बुनियादी ढांचे के विकास से अवगत कराया.
शुक्रवार (19 नवंबर) को रक्षा सचिव चीन से सटी लाइन ऑफ कंट्रोल (LAC) के फॉरवर्ड एरिया पहुंचें. इस दौरान उन्होंने गलवान घाटी का दौरा किया. उनके साथ 14वीं कोर के कमांडर और उसके अंतर्गत आने वाली त्रिशूल डिवीजन के अधिकारियों सहित आईटीबीपी के डीआईजी (ऑपरेशन्स) भी मौजूद थे.
फायर एंड फ्यूरी कोर की जारी की गई तस्वीरों में रक्षा सचिव सैन्य कमांडर्स के साथ ठीक उसी जगह खड़े हुए दिखाई पड़ रहे हैं, जहां गलवान नदी के किनारे 15 जून 2020 को भारत और चीन के सैनिकों के बीच लड़ाई हुई थी. तस्वीरों में गलवान नदी बर्फ से जमी हुई दिखाई पड़ रही थी.
एलएसी के फॉरवर्ड एरिया के दौरे पर रक्षा सचिव रेजांगला भी पहुंचे. शुक्रवार को रेजांगला युद्ध की 60वीं वर्षगांठ थी. रेजांगला वॉर मेमोरियल पहुंचकर रक्षा सचिव ने वीर गति को प्राप्त सैनिकों को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए.